क्या सच में संभव है टाइम ट्रैवल? फुटबॉल मैच में दिखी ऐसी चीज, सबके उड़े होश
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टाइम ट्रैवल को लेकर हमेशा से ही बहस छिड़ी रही है. अब एक तस्वीर सामने आई है, जिसे लेकर तरह तरह के दावे किए जा रहे हैं. इसे टाइम ट्रैवल का सबसे बड़ा सबूत कहा जा रहा है.
टाइम ट्रैवल एक ऐसा विषय है, जिस पर दुनिया भर में बहस छिड़ी हुई है. आए दिन ऐसी तस्वीरें और वीडियो सामने आते हैं, जिन्हें सबूत के तौर पर पेश किया जाता है. कुछ लोग इस पर यकीन करते हैं, तो कुछ नहीं करते. अब एक बार फिर ऐसी ही एक खबर आई है, जिसने लोगों को एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या टाइम ट्रैवल असल में होता है.
द सन की रिपोर्ट के अनुसार, साल 1962 में ब्राजील और चेकोस्लोवाकिया के बीच फुटबॉल मैच हुआ था. इसी से जुड़ी एक तस्वीर सामने आई है. वर्ल्ड कप के जश्न की तस्वीर में एक शख्स के हाथों में फ्लिप फोन जैसी चीज देखी जा सकती है. जबकि ये फोन तब आया ही नहीं था. इसका मतलब ये हुआ कि 1962 में भविष्य से कोई शख्स आया था और तस्वीरों में कैद हो गया.
तस्वीर में ब्राजील के स्किपर माउरो रामोस को हाथ में ट्रॉफी के साथ देखा जा सकता है. आसपास अन्य खिलाड़ी और रिपोर्टर-फोटोग्राफर खड़े हैं. जो उस पल को तस्वीरों में कैद करते दिख रहे हैं.
तस्वीर में दिखा फ्लिप फोन
इसी तस्वीर में एक शख्स को फ्लिप फोन जैसी चीज हाथ में लिए देखा जा सकता है. जबकि इसका आविष्कार 1996 तक नहीं हुआ था. मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, तस्वीर में नीचे की तरफ बीच में एक शख्स को मोबाइल फोन के बजाय एक बॉक्स कैमरा पकड़े हुए देखा जा सकता है, जिसका आविष्कार तस्वीर लिए जाने के 34 साल बाद तक नहीं हुआ था. फोटोग्राफर केवल एक हाथ का इस्तेमाल कर रहा है, इसलिए हैंडहेल्ड कैमरा एक फ्लिप फोन जैसा दिख रहा है.
उस समय, बॉक्स कैमरे फोटोग्राफी के लिए काफी पसंद किए जाने वाले डिवाइस थे. ये चौकोर आकार के डिवाइस थे, जिसके एक तरफ लेंस और दूसरी तरफ फिल्म हुआ करती थी. इससे पहले भी ऐसी ही कई पुरानी तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें लोगों के हाथों में मॉर्डन जमाने के डिवाइस देखे गए, जबकि इनका आविष्कार तब तक नहीं हुआ था.
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