
क्या ट्रंप की धमकियों से मान जाएंगे पुतिन? रूस-यूक्रेन युद्ध समाधान की ओर बढ़ेगा या और भड़केगा
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डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वह किसी भी समय रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मिलने के लिए तैयार हैं और यूक्रेन युद्ध खत्म करने में अहम भूमिका निभाना चाहते हैं. लेकिन अगर पुतिन इसके लिए तैयार नहीं होते हैं तो रूस को इसका खामियाजा उठाना होगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक्शन मोड में हैं. कई साल से चल रहे रूस और यूक्रेन युद्ध खत्म करने को लेकर उन्होंने पुतिन से बातचीत की इच्छा जताई है. लेकिन साथ ही सधे हुए शब्दों में पुतिन को चेताया भी है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या ट्रंप की धमकियों का पुतिन पर कोई फर्क पड़ने वाला है?
ट्रंप ने बुधवार को कहा वह किसी भी समय रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मिलने के लिए तैयार हैं और यूक्रेन युद्ध खत्म करने में अहम भूमिका निभाना चाहते हैं. लेकिन अगर पुतिन इसके लिए तैयार नहीं होते हैं तो रूस को इसका खामियाजा उठाना होगा.
उन्होंने कहा कि मैं रूस को कोई नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता. मुझे रूस के लोग पसंद हैं और राष्ट्रपति पुतिन के साथ भी मेरे अच्छे संबंध रहे हैं. हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि दूसरा विश्वयुद्ध जीतने में रूस ने हमारी मदद की है. मैं रूस के दौरे पर जाऊंगा. रूस की अर्थव्यवस्था गिर रही है.
उन्होंने कहा कि हमें इस युद्ध को रोकना होगा. यह सिर्फ भयावह ही होता जाएगा. अगर हमने युद्ध रुकवाने के लिए कोई डील नहीं की तो मेरे पास रूस पर टैरिफ लगाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा. इस युद्ध को खत्म कीजिए. अगर मैं पहले राष्ट्रपति होता तो ये युद्ध कभी शुरू ही नहीं होता. अब समय समझौता करने का है. युद्ध में अब किसी की जान नहीं जानी चाहिए.
ट्रंप की धमकी पर क्या बोली रूस सरकार?
रूस के पूर्व राष्ट्रपति और रूस की सुरक्षा समिति के डिप्टी चेयरमैन दमित्री मेदवेदेव ने कहा कि जो (बाइडेन) द वॉकिंग डेड अब जा चुके हैं. अगर चीजें जस की तस रहीं तो अमेरिका और रूस के संबंध सामान्य नहीं हो पाएंगे और सच कहूं तो अभी ये स्पष्ट नहीं है कि हमें इसकी जरूरत भी है या नहीं.

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