कोरोना वैक्सीन: पहली डोज के मुकाबले मात्र 4 फीसदी स्वास्थ्यकर्मियों ने ली दूसरी खुराक
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स्वास्थ्य मंत्रालय के डाटा के अनुसार पहली डोज लगवाने के लिए पहले दिन करीब 1 लाख 91 हजार स्वास्थ्यकर्मी पहुंचे थे. लेकिन कोरोना वैक्सीन का सेकंड डोज मात्र 7,668 ने लगवाया है.
16 जनवरी के दिन देशभर में पूरे तामझाम और उत्साह के साथ कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगाने के लिए राष्ट्रव्यापी प्रोग्राम शुरू किया गया. पहली डोज के लिए महीने भर चले इस अभियान के बाद अब सेकंड डोज लगाने का समय चल रहा है. 13 फरवरी से कोरोना की सेकंड डोज लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. लेकिन लोगों में कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज को लेकर अधिक उत्साह नजर नहीं आ रहा है. पूरे देश में कोरोना वैक्सीन के बूस्टर शूट यानी सेकंड डोज को पहले दिन महज 7 हजार 668 स्वास्थ्यकर्मियों ने लगवाया है. ये कोविड वैक्सीन की पहली डोज के पहले दिन यानी 16 जनवरी के मुकाबले मात्र 4 प्रतिशत करीब है. जो एक तरह से कोविड वैक्सीन लगाने के लिए चलाए जा रहे देशव्यापी अभियान की सफलता पर बड़े प्रश्न खड़े कर रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के ही डाटा के अनुसार पहली डोज के पहले दिन करीब 1 लाख 91 हजार लोग वैक्सीन लगवाने पहुंचे थे. लेकिन कोरोना वैक्सीन का सेकंड डोज मात्र 7,668 लोगों ने लगवाया है. ये अपने आप में चिंता का विषय है. हालांकि मेडिकल से जुड़े कई विशेषज्ञों ने इसे चिंता की बात मानने से इनकार किया है.More Related News
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