कोरोना की चपेट में छत्तीसगढ़ का ये शहर, मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार की जगह नहीं
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छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कोरोना से मरने वालों की तादाद लगातार बढ़ता जा रहा है. दुर्ग जिले में आलम यह है कि अब कोरोना से मरने वालों के लाशों को दफनाने या जलाने के लिए मुक्तिधाम कम पड़ रहे हैं.
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कोरोना से मरने वालों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है. दुर्ग जिले में आलम यह है कि अब कोरोना से मरने वालों की लाशों को दफनाने या जलाने के लिए मुक्तिधाम कम पड़ रहे हैं. लगातार कोरोना से मौत होने की वजह से मुक्तिधामो में लाशों का ढेर लगा हुआ है. (दुर्ग से रघुनंदन पंडा की रिपोर्ट) छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के दुर्ग जिले में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है तो दूसरी ओर करोना से मरने वालों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है. जिले में अब शवों को जलाने या दफनाने के लिए मुक्तिधाम भी कम पड़ रहे हैं.करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.
लोकसभा चुनाव के आखिरी फेज में प्रचार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. इस बार वे कन्याकुमारी में आध्यात्मिक प्रवास पर हैं. पीएम मोदी 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. स्वामी विवेकानन्द ने भी यहीं तप किया था. पीएम ने 2019 में केदारनाथ, 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ में ध्यान लगाया था.