
कैश बांटने के आरोपों पर तावड़े की सफाई- कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग कर रहा था, जांच कर ले चुनाव आयोग
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विनोद तावड़े ने कहा कि मैं कार्यकर्ताओं से मिलने गया था. मैंने कुछ गलत नहीं किया. ये महाविकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं की साजिश है. पुलिस और चुनाव आयोग को इसकी जांच करनी चाहिए.
महाराष्ट्र चुनाव से पहले कैश बांटने के आरोपों पर बीजेपी नेता विनोद तावड़े ने सफाई दी है. पैसे बांटने के इन आरोपों पर तावड़े ने कहा कि ये उनके खिलाफ साजिश है और चुनाव आयोग को इसकी निष्पक्ष जांच करनी चाहिए.
तावड़े ने कहा कि मैं कार्यकर्ताओं से मिलने गया था. मैंने कुछ गलत नहीं किया. ये महाविकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं की साजिश है. पुलिस और चुनाव आयोग को इसकी जांच करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि ये मुझे और मेरी पार्टी को बदनाम करने की साजिश है. सीसीटीवी फुटेज निकालकर जांच करनी चाहिए. तावड़े ने कहा कि मैं बूथ मैनेजमेंट के काम से वहां गया था. अपने कार्यकर्ताओं को मीटिंग में यह बताने आया था कि वोटिंग के बाद ईवीएम मशीन सील कैसे होती हैं. इस बीच हमारे विरोधी पक्ष के कार्यकर्ताओं को लगा कि पैसे बंट रहे हैं.
उन्होंने कहा कि मैं तो 40 साल से पार्टी में हूं. जो सच्चाई है वो सबको पता है, लेकिन फिर भी चुनाव आयोग और पुलिस को इस मामले की जांच करनी चाहिए. होटल में सीसीटीवी फुटेज हैं. जांच हो, उसमें सब क्लियर हो जाएगा.
बता दें कि बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर पैसे बांटने के संगीन आरोप लगे हैं. बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि तावड़े पांच करोड़ रुपये लेकर मुंबई के एक होटल में बांटने आए थे.
इस बवाल के बीच बहुजन विकास अघाड़ी के चीफ हितेंद्र ठाकुर होटल पहुंचे. उनके साथ उनके बेटे क्षितिज ठाकुर भी थे. हितेंद्र का आरोप है कि विनोद तावड़े 5 करोड़ के साथ यहां पर आए थे. उनके पास से दो डायरियां बरामद हुई हैं. बता दें कि हितेंद्र और उनके बेटे दोनों ही वसई और नालासोपारा से मौजूदा विधायक हैं. नालासोपारा की सीट से क्षितिज इस बार फिर चुनावी मैदान में हैं.

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