कानपुर: दर्द से तड़प रही थी खून से लथपथ महिला, दारोगा जी ने पहले लिए बयान, फिर मोपेड से भेजा अस्पताल
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यूपी के कानपुर में खून से लथपथ महिला को फौरन अस्पताल पहुंचाने की बजाय दारोगा जी ने पहले उसके बयान दर्ज किए. इसके बाद मोपेड से महिला को पांच किलोमीटर दूर अस्पताल भेजा. वहीं आरोपी को पुलिस जीप से ले गई.
यूपी के कानपुर में पुलिस की संवेदनहीनता सामने आई है. कानपुर के गोविंद नगर इलाके में ज्योति नाम की महिला को उसके प्रेमी अवधेश ने चाकू मारकर बुरी तरह से घायल कर दिया था. आरोपी ने ज्योति को पेट पर वार किए. ज्योति खून से लथपथ हो गई. इसके बाद लोगों ने आरोपी अवधेश को पकड़ लिया. इसके बाद सूचना पुलिस को दी.
जानकारी होने के बाद मौके पर पहुंचे दारोगा अरुण कुमार राठी ज्योति को फौरन अस्पताल भेजने की जगह रजिस्टर में उसके बयान दर्ज करने लगे. दारोगा ने आरोपी अवधेश को पहले जीप में बैठाया, फिर ज्योति के पास आकर उसके बयान दर्ज करने लगे. इस दौरान ज्योति को चक्कर आ रहे थे, उसकी हालत बिगड़ रही थी. बयान दर्ज करने के बाद ज्योति को हॉस्पिटल भेजने के लिए दारोगा जी को कोई गाड़ी नहीं मिली तो वहां से एक मोपेड वाले को रोका.
खून से लथपथ ज्योति को दारोगा ने पांच किलोमीटर दूर हैलट हॉस्पिटल मोपेड से भेजा. इस दौरान ज्योति की हालत खराब हो गई. बताया जा रहा है कि ज्योति का उसके पति विजय से दो साल से विवाद चल रहा है. वह पति से अलग रहती है. इसी बीच ज्योति का अवधेश से प्रेम संबंध हो गया. कुछ दिनों से ज्योति अवधेश को नजरअंदाज कर रही थी, इसी से नाराज होकर उसने ज्योति को चाकुओं से गोद डाला. खून ज्यादा बहने से हॉस्पिटल में उसकी हालत गंभीर है. इस मामले में एसीपी विशाल पांडे का कहना है कि आरोपी को जीप से भेजना जरूरी था.
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