कांग्रेस को अरुणाचल में बड़ा झटका, विधायक दल के नेता लोम्बो तायेंग BJP में शामिल
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कांग्रेस विधायक तायेंग के बीजेपी में शामिल होने के साथ ही 2019 में 60 सदस्यीय विधानसभा में 4 सीटें जीतने वाली कांग्रेस के पास अब केवल एक विधायक शेष रह गया है. वो हैं पूर्व सीएम नबाम तुकी.
अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस विधायक दल के नेता लोम्बो तायेंग विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए. कांग्रेस विधायक तायेंग के बीजेपी में शामिल होने के साथ ही 2019 में 60 सदस्यीय विधानसभा में 4 सीटें जीतने वाली कांग्रेस के पास अब केवल एक विधायक शेष रह गया है. वो हैं पूर्व सीएम नबाम तुकी.
अरुणाचल में पिछले सप्ताह कांग्रेस के दो विधायक निनॉन्ग एरिंग और वांगलिन लोवांगडोंग भाजपा में शामिल हो गए थे. तब एनपीपी के 2 विधायकों मुत्चू मिथी और गोकर बसर ने भी बीजेपी की सदस्यता ली थी.
पूर्वी सियांग जिले के मेबो से 6 बार के विधायक तायेंग के साथ तिरप जिले के खोंसा पश्चिम से निर्दलीय विधायक चकत अबो भी भाजपा में शामिल हो गए. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बियूराम वाहगे ने दोनों विधायकों का पार्टी में स्वागत किया. तायेंग पिछली कांग्रेस सरकार में मंत्री थे. बता दें कि अरुणाचल में लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव भी होते हैं.
निर्दलीय विधायक चकत अबो के पति तिरोंग अबो नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के उम्मीदवार थे, उनकी 2019 विधानसभा चुनाव परिणामों की घोषणा से पहले संदिग्ध एनएससीएन उग्रवादियों द्वारा हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद उपचुनाव हुए थे. इसमें चकत अबो खोंसा पश्चिम सीट जीती थीं.
दोनों विधायक मुख्यमंत्री पेमा खांडू के नेतृत्व में "पूर्ण विश्वास" जताते हुए भाजपा में शामिल हो गए. दो विधायकों के शामिल होने के साथ सत्तारूढ़ भाजपा की संख्या बढ़कर 55 हो गई. अब सूबे में एनपीपी के 2 विधायक हैं और एक कांग्रेस विधायक के अलावा 2 निर्दलीय विधायक हैं.
एग्जिट पोल का अनुमान बताता है कि बीजेपी और महायुति को जितनी सीटों पर जीतने की उम्मीद थी, वो पूरी होती नहीं दिख रही है. एग्जिट पोल में महाराष्ट्र की 48 सीटों में से बीजेपी को 20-22, कांग्रेस को 3-4, शिवसेना (ठाकरे गुट) को 9-11, शिवसेना (शिंदे गुट) को 8-10, एनसीपी (शरद पवार) को 4-5 और एनसीपी (अजित पवार) को 1-2 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है.
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