कहां छिपे हैं उमेश पाल मर्डर केस के पांच लाख के इनामी शूटर और शाइस्ता?
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उमेश पाल मर्डर केस में बड़ा खुलासा हुआ है. पूरी साजिश बेहद गोपनीय तरीके से अंजाम दिया गया. गैंग के हर सदस्य को कोड वर्ड दिया गया था. पूरी साजिश को बेहद गोपनीय तरीके से इस तरह अंजाम दिया गया कि पुलिस को भनक तक नहीं लगी. इस साजिश को अंजाम देने में कोड वर्ड की अहम भूमिका रही. अतीक गैंग के हर सदस्य को अलग-अलग कोड वर्ड दिए गए ताकि पुलिस अगर कॉल इंटरसेप्ट भी करे तो पता नहीं चल सके.
दिल्ली-कनाडा फ्लाइट को बीते सप्ताह उड़ाने की धमकी एक मेल के जरिए दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने 13 साल के एक बच्चे को पकड़ा है. यह मेल बच्चे ने हंसी-मजाक में भेज दिया था. वह यह देखना चाहता था कि धमकी भरा मेल भेजने के बाद पुलिस उसे ट्रेस कर पाती है या नहीं. अब उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा.
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात की. भाजपा के तीनों नेताओं ने रविवार को मोदी-3.0 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद तीनों वरिष्ठ नेताओं से योगी आदित्यनाथ की यह पहली मुलाकात है.