
एलिजाबेथ बोर्न फ्रांस की दूसरी महिला प्रधान मंत्री बनीं, कास्टेक्स का इस्तीफा मंजूर
AajTak
एलिजाबेथ बोर्न 2017 में मैक्रों की मध्यमार्गी पार्टी में शामिल हुईं. मैक्रों की पहली सरकार में वह पहले परिवहन मंत्री और फिर पर्यावरण मंत्री थीं.
फ्रांस की राजनेता एलिजाबेथ बोर्न को सोमवार को फ्रांस का नया प्रधान मंत्री नियुक्त किया गया. एलिजाबेथ फ्रांस में यह पद संभालने वाली दूसरी महिला बन गईं. 61 साल की एलिजाबेथ बोर्न पिछली सरकार में श्रम मंत्री थीं. वो जीन कास्टेक्स की जगह लेंगी. उम्मीद जताई जा रही थी कि राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के दोबारा चुने जाने के बाद कास्टेक्स इस्तीफा देंगे. मैक्रों और बोर्न आने वाले दिनों में पूर्ण सरकार की नियुक्ति करेंगे.
2020 में हुई थी बोर्न की आलोचना
2020 में श्रम मंत्री बनने के बाद बोर्न ने कई परिवर्तन किए, जिससे बेरोजगार लोगों को मिल रहा भत्ता कम कर दिया गया. उनके इस कदम की श्रमिक संगठनों और वामपंथियों की ओर से खूब आलोचना हुई. इससे पहले 2018 में जब वो परिवहन मंत्री बनी तो उन्हें SNCF रेलवे कंपनी की ओर से हड़ताल का सामना करना पड़ा. दरअसल बोर्न सदन में एक बिल लेकर आईं थीं, जिसमें कंप्टीशन के लिए ट्रेन नेटवर्क खोलने की योजना थी और काम पर रखे गए कर्मचारियों की हमेशा के लिए नौकरी और लाभ को खत्म कर दिया गया था. आखिरकार वो बिल पारित कराने में सफल रहीं थीं.
RATP की CEO रह चुकी हैं एलिजाबेथ
एलिजाबेथ बोर्न कभी चुनकर नहीं आई थीं. वो अपने करियर की शुरुआत में वामपंथ के करीब थीं. उन्होंने समाजवादी राजनेता सेगोलीन रॉयल के चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में काम किया और फिर राष्ट्रपति फ्रेंकोइस हॉलैंड के तहत पारिस्थितिकी मंत्री के रूप में काम किया. वह 2015 में राज्य के स्वामित्व वाली परिवहन कंपनी RATP की सीईओ बनीं, जो पेरिस मेट्रो का संचालन करती है.
2017 में हुईं मध्यमार्गी पार्टी में शामिल

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.







