एंटीलिया केस में आतंकी कनेक्शन की थ्योरी फेल, जैश-उल हिंद जैसा कोई संगठन ही नहीं
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जांच एजेंसी का कहना है कि टेलीग्राम पर जैश ए हिंद का मैसेज भी फर्जी था. यह केवल गुमराह करने के लिए था. अब तक तो इस बात के भी साक्ष्य नहीं मिले हैं कि जैश ए हिंद जैसा कोई संगठन अस्तित्व में भी है.
एंटीलिया के बाहर संदिग्ध कार मिलने के मामले की जांच NIA को सौंपी गई है. NIA अब इस केस में एक से बढ़कर एक चौंकाने वाले खुलासे कर रही है. NIA ने इस मामले में आतंकियों के संबंध होने से इनकार किया है. जांच एजेंसी का कहना है कि इस केस में अबतक टेरर एंगल जैसी कोई बात सामने नहीं आई है. जांच एजेंसी का कहना है कि टेलीग्राम पर जैश-उल हिंद का मैसेज भी फर्जी था. यह केवल गुमराह करने के लिए था. जांच एजेंसी का यह भी कहना है कि अब तक तो इस बात के भी साक्ष्य नहीं मिले हैं कि जैश-उल हिंद जैसा कोई संगठन अस्तित्व में भी है. ऐसे कोई संगठन है ही नहीं.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.