'उर्दू में भी मुहैया कराएं प्रजापालन स्कीम के फॉर्म', असदुद्दीन ओवैसी की तेलंगाना सरकार से मांग
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असदुद्दीन ओवैसी ने तेलंगाना की कांग्रेस सरकार से मांग की है कि वह अपनी प्रजा पालन स्कीम के फॉर्म उर्दू में भी उपलब्ध कराएं. ओवैसी ने कहा कि उर्दू राज्य की दूसरी आधिकारिक भाषा है, इसलिए योजना के फॉर्म उर्दू में भी मुहैया कराए जाने चाहिए.
तेलंगाना में कांग्रेस की नवनिर्वाचित सरकार जल्द ही अपना पहला जन संपर्क कार्यक्रम शुरू करने जा रही है. राज्य में 28 दिसंबर से लेकर 6 जनवरी तक 'प्रजा पालन' कार्यक्रम चलाया जाएगा, जिसमें लोगों की समस्याओं को सुनकर उनका जल्द से जल्द निवारण किया जाएगा. इस कार्यक्रम को पूरे राज्य में चलाने का प्लान है. इस बीच अब ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने तेलंगाना की कांग्रेस सरकार से एक नई मांग कर दी है.
ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट की है. इसमें उन्होंने कहा है कि प्रजा पालन योजना के फॉर्म उर्दू भाषा में भी उपलब्ध कराए जाने चाहिए. इस मांग को उठाने के पीछे का तर्क देते हुए ओवैसी ने कहा कि उर्दू तेलंगाना की दूसरी आधिकारिक भाषा है. इसलिए प्रजा पालन स्कीम के फॉर्म उर्दू में भी होने चाहिए. अन्होंने अपनी पोस्ट में तेलंगाना के नवनिर्वाचित सीएम रेवंत रेड्डी को मेंशन करते हुए लिखा कि जल्द से जल्द इस पर काम किया जाना चाहिए.
लोगों से किया लाभ उठाने का अनुरोध
ओवैसी ने तेलंगाना के सभी लोगों से इस स्कीम का लाभ उठाने का अनुरोध भी किया. उन्होंने कहा,'मैं सभी से इस अवसर का उपयोग करने और इन योजनाओं के तहत लाभ उठाने का अनुरोध करता हूं. एआईएमआईएम विधायक, नगरसेवक, एमएलसी और आपके समन्वय मदद के लिए उपलब्ध रहेंगे.
चुनाव में 7 सीटों पर जीते AIMIM प्रत्याशी
बता दें कि ओवैसी हैदराबाद से सांसद हैं. हाल ही में तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनावों में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) ने नौ सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. इन नौ सीटों में सात हैदराबाद से आती हैं. एमआईएम ने चारमीनार, बहादुरपुरा, मलकपेट, चंद्रयानगुट्टा, नामपल्ली, याकुतपुरा, कारवां, राजेंदर नगर और जुबली हिल्स पर कैंडिडेट खड़े किए थे, जिनमें से चार प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की.
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