
'उपद्रवियों पर हो निर्णायक कार्रवाई', कानपुर-मुरादाबाद की घटनाओं पर योगी का प्रशासन को सख्त निर्देश
AajTak
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को उपद्रवियों पर ऐसी निर्णायक कार्रवाई करने को कहा, जिससे वे दोबारा अराजकता फैलाने की सोच भी न सकें. साथ ही सीएम ने प्रशासन को महिला सुरक्षा और धार्मिक सद्भाव सर्वोच्च प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को उच्च स्तरीय बैठक में कानपुर, वाराणसी और मुरादाबाद समेत कई जिलों में हाल की घटनाओं पर नाराजगी जताई. उन्होंने प्रशासन को उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि दशहरा पर्व के दौरान प्रदेश में शांति, सुरक्षा और सामुदायिक सौहार्द सुनिश्चित करना जरूरी है. उपद्रवियों पर निर्णायक कार्रवाई की जाए ताकि वे दोबारा अराजकता फैलाने की हिम्मत न कर सकें.
दरअसल, शुक्रवार को उच्च स्तरीय बैठक में सीएम योगी ने कानपुर, वाराणसी, मुरादाबाद समेत कई जिलों में सम्प्रदाय विशेष द्वारा जुलूस और प्रदर्शनों के बहाने अराजकता फैलाने की कोशिशों पर कड़ा रुख अपनाया. उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में निर्देश दिए कि दशहरा बुराई और आतंक के दहन का प्रतीक है और इस पावन अवसर पर उपद्रवियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की जाएगी.
हर उपद्रवी को चिन्हित करने का आदेश
उन्होंने कहा, 'सरकार हर उपद्रवी को कुचल देगी.' अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि उपद्रवियों पर ऐसी कार्रवाई हो कि वे दोबारा अराजकता फैलाने की हिम्मत न कर सकें. इसके लिए वीडियो फुटेज और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के जरिए हर उपद्रवी को चिन्हित करने का आदेश दिया गया. साथ ही कानपुर, वाराणसी और मुरादाबाद जैसे जिलों में हुई घटनाओं पर तत्काल एफआईआर दर्ज करने और उपद्रवियों की संपत्ति की जांच तक करने के निर्देश दिए.'
महिला सुरक्षा पर जोर
मुख्यमंत्री ने महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा कि छेड़खानी, चेन स्नेचिंग और एसिड अटैक जैसे मामलों में थानों से लेकर पुलिस रिस्पॉन्स वाहन (पीआरवी) तक की जिम्मेदारी तय होगी. दशहरा के दौरान गरबा और डांडिया आयोजनों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.







