
उत्तराखंड में मौसम की मार! उत्तरकाशी में भूस्खलन में कुछ मजदूर लापता, चारधाम यात्रा भी स्थगित, रेड अलर्ट जारी
AajTak
उत्तराखंड के कई जिलों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. बारिश के कारण प्रशासन ने चारधाम यात्रा को 24 घंटे के लिए स्थगित कर दिया है और जो यात्रा चारधाम पहुंच गए हैं, उन्होंने सुरक्षित तरीके से नीचे लाया जा रहा है. वहीं, बागेश्वर में भूस्खलन के कारण 35 सड़कें बंद हो गई हैं, जिससे पूरे इलाके में आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है.
उत्तराखंड में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और प्राकृतिक आपदाओं ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. उत्तरकाशी जिले की बड़कोट तहसील के सिलाई बैंड क्षेत्र में हुए भूस्खलन की दुखद घटना में कई श्रमिकों के लापता होने की खबर सामने आई है. इस बीच, मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किए जाने के बाद चारधाम यात्रा को अगले 24 घंटों के लिए स्थगित कर दिया गया है. वहीं, बागेश्वर जिले में भी भारी बारिश के कारण भूस्खलन के बाद कई सड़कों को बंद कर दिया गया है, जिससे हालात गंभीर बने हुए हैं.
उत्तरकाशी के बड़कोट में सिलाई बैंड क्षेत्र में बादल फटने और भूस्खलन से पूरे इलाके में तबाही मच गई. बताया जा रहा है कि एक निर्माणाधीन होटल साइट पर काम कर रहे कई मजदूर लापता हो गए. घटना की जानकारी मिलते ही राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), पुलिस और राजस्व विभाग की टीमों ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव का काम शुरू कर दिया है.
'मैं अधिकारियों के संपर्क में हूं'
उत्तरकाशी की बड़कोट तहसील में सिलाई बैंड क्षेत्र में हुए भूस्खलन के बारे में जानकारी देते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर लिखा, 'जनपद उत्तरकाशी की बड़कोट तहसील के सिलाई बैंड क्षेत्र में हुए भूस्खलन की दु:खद घटना में कुछ श्रमिकों के लापता होने की सूचना मिली है.'
सीएम ने कहा, 'SDRF-NDRF समेत अन्य दल घटनास्थल पर पहुंचकर सघन राहत एवं बचाव काम में जुटे हुए हैं. इस मामले में मैं निरंतर संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हूं और ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं.'
मौसम विभाग ने अल्मोडा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, नैतीताल, पौडी, गढ़वाल, पिथौरागढ़, रूद्र प्रयाग, टेहरी गढ़वाल, उधम सिंह नगर, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, केदारनाथ, जोशीमठ, रानीखेत जिलों में अलग-अलग जगहों पर अगले तीन घंटें में बिजली चमकने के साथ-साथ तेज तूफान आने की संभावनाएं हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को रूसी भाषा में भगवद गीता का एक विशेष संस्करण भेंट किया है. इससे पहले, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को भी गीता का संस्करण दिया जा चुका है. यह भेंट भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को साझा करने का प्रतीक है, जो विश्व के नेताओं के बीच मित्रता और सम्मान को दर्शाता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कई अनोखे और खास तोहफे भेंट किए हैं. इनमें असम की प्रसिद्ध ब्लैक टी, सुंदर सिल्वर का टी सेट, सिल्वर होर्स, मार्बल से बना चेस सेट, कश्मीरी केसर और श्रीमद्भगवदगीता की रूसी भाषा में एक प्रति शामिल है. इन विशेष तोहफों के जरिए भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को दर्शाया गया है.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.







