ईरान राष्ट्रपति चुनावः कट्टरपंथी नेता इब्राहीम रईसी को मिली बड़ी जीत, हसन रूहानी की जगह लेंगे
AajTak
ईरान में राष्ट्रपति पद के चुनाव में कट्टरपंथी नेता इब्राहीम रईसी ने शनिवार को बड़े अंतर से जीत हासिल की. रईसी देश के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई के कट्टर समर्थक और करीबी माने जाते हैं.
ईरान में राष्ट्रपति पद के चुनाव में कट्टरपंथी नेता इब्राहीम रईसी ने शनिवार को बड़े अंतर से जीत हासिल की. वह देश के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई के कट्टर समर्थक और करीबी माने जाते हैं. इब्राहीम रईसी ईरान के शीर्ष न्यायाधीश हैं और अति-रूढ़िवादी विचार के शख्सियत माने जाते हैं. उन्हें 2019 में ईरान की न्यायपालिक का प्रमुख नियुक्त किया गया था. सुप्रीम लीडर के बाद ईरान के राष्ट्रपति देश में दूसरे सर्वोच्च अधिकारी माने जाते हैं. माना जा रहा है कि राष्ट्रपति पद के चुनाव में ईरान के इतिहास में इस बार सबसे कम मतदान हुआ. शुरुआती नतीजों के अनुसार इब्राहीम रईसी ने एक करोड़ 78 लाख मत हासिल किए. चुनावी दौड़ में एकमात्र उदारवादी उम्मीदवार अब्दुलनासिर हेम्माती बहुत पीछे रह गए. बहरहाल, खामेनेई ने इब्राहीम रईसी के सबसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी को अयोग्य करार दे दिया था. इसके बाद इब्राहीम रईसी ने यह बड़ी जीत हासिल की.आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के जरिए डिफेंस सेक्टर में नए नए एक्सपेरिमेंट्स हो रहे हैं. बीते दिनों, यूएस ने एआई कंट्रोल्ड एयरक्राफ्ट के साथ ह्यूमन कंट्रोल्ड फाइटर जेट्स के बीच एयर कॅाम्बैट कराया था. ये एआई की दुनिया में एक बिल्कुल नया प्रयोग था. इस बीच खबर है कि चीन ने भी एक intelligent air combat AI डेवेलप किया है.
एक हेलिकॉप्टर हादसे में, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत हो गई. इस हादसे में विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर, मालेक रहमती और धार्मिक नेता, मोहम्मद अली आले-हाशेम की भी मौत हो गई है. ऐसा पहली बार नहीं है जब एयर क्रैश में किसी वीवीआईपी हस्ती की मौत हुई हो. कई बार ऐसे मौके आए जब दुनिया ने हेलिकॉप्टर और प्लेन दुर्घटना में मारे गये नामों को सुना और चकित रह गई. आइए जानते हैं ऐसे ही 10 हादसों के बारे में.
शिया धर्मगुरु सैयद अहमद मुसावी का जन्म उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के पास किंटूर नामक एक छोटे से शहर में हुआ था. बीबीसी पत्रकार बाकर मोईन के अनुसार, मुसावी ने भारत के साथ अपना जुड़ाव दिखाने के लिए सरनेम के रूप में 'हिंदी' का इस्तेमाल किया. उनके पोते रुहोल्ला खुमैनी को आगे चलकर 1979 की ईरानी क्रांति का जनक कहा गया.
हेलीकाप्टर हादसे में मारे गए ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को दफन कर दिया गया. उससे पहले उनके ताबूत को ईरान की सड़कों पर घुमाया गया. लोगों का हुजुम अपने नेता के अंतिम दर्शन करने के लिए सड़कों पर उमड़ पडा. लोगों के हाथ में रईसी के पोस्टर थे. कई लोग रो रहे थे. रविवार को रईसी का हेलीकॉप्टर अजरबैजान में क्रैश हो गया था