
ईंट-भट्ठा में काम करने को मजबूर भारत की ये अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल प्लेयर
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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एकबार ट्वीट कर सरकारी मदद और सरकारी नौकरी का आश्वासन दिया था, लेकिन वह अब तक पूरा नहीं हो पाया है. नतीजन संगीता इस हाल में नौकरी करने को मजबूर हैं.
भारत में तमाम खेल प्रतिभाएं हैं जो उपेक्षा की शिकार हैं. झारखंड की अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी संगीता कुमारी की हालत ये है कि संगीता ईट-भट्टा में काम करने को मजबूर हैं. मेडल जीतने वाली संगीता के साथ भी कई वादे किए गए थे लेकिन वे अभी पूरे नहीं हुए हैं. (रिपोर्ट -धनबाद से सिथुन मोदक के साथ सत्यजीत कुमार) दरअसल, संगीता सोरेन धनबाद स्थित बाघामारा बासमुड़ी की रहने वाली हैं. संगीता ईंट भट्ठा में तप कर अपने परिवार के लिए दो जून की रोटी का जुगाड़ कर रही हैं. कोरोना काल मे जारी लॉकडाउन में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले उनके बड़े भाई को भी कोई काम नहीं मिल रहा है, अब परिवार का पूरा बोझ संगीता पर ही है.
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