इस देश का यारों.. क्या कहना.. थिरते हुए घर वापसी का रुख कर रहे हैं Farmers
AajTak
दिल्ली के तमाम बॉर्डर पर आज किसान इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं. तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने और MSP समेत दूसरी मांगों पर लिखित आश्वासन के बाद वो अपने घर लौट रहे हैं. किसान इसे अपनी जीत मान रहे हैं वहीं आंदोलन को टालने का विजयी एहसास सरकार को भी हो रहा है. एक साल से भी अधिक समय तक चला किसान आंदोलन आज एक अहम परिणति पर पहुंचेगा. किसान संगठनों ने आंदोलन को स्थगित करने का फैसला किया है. लिहाज़ा, कृषि कानूनों की वापसी समेत अपनी कई मांगों को लेकर दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर डेरा डाले किसान आज अपने घर लौट जाएंगे.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.