
इजरायल के समर्थन में अमेरिका, शिप और वॉर प्लेन उतारने का ऐलान, हमास हमले में 4 US नागरिकों की हुई मौत
AajTak
आतंकी संगठन हमास ने गाजा पट्टी से शनिवार को इजरायल पर अचानक हजारों रॉकेट दाग दिए थे. इसके अलावा हमास के आतंकियों ने हवा, जमीन और समुद्री सीमा से घुसकर आम नागरिकों पर हमला किया था. हमास के इन हमलों में करीब 700 नागरिक मारे गए हैं. इन हमलों में चार अमेरिकी नागरिकों की भी मौत हो गई.
इजरायल और हमास आतंकियों के बीच भीषण जंग छिड़ी हुई है. दोनों ओर से हमले जारी हैं. इस जंग की शुरुआत हमास के आतंकियों ने की थी जिसके बाद इजरायल ने जबरदस्त पलटवार किया. इजरायल ने हमास आतंकियों के कई ठिकानों को तबाह कर दिया. इन सबके बीच अमेरिका ने हमास के खिलाफ जंग में इजरायल को समर्थन और सैन्य मदद देने का ऐलान किया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी जहाजों और युद्धक विमानों को इजरायल के पास तैनात करने का आदेश दिया है. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि वह क्षेत्र में फाइटर जेट स्क्वाड्रन को बढ़ावा देने के लिए एयरक्राफ्ट करियर USS Gerald R. Ford और उसके साथ आने वाले युद्धपोतों को पूर्वी भूमध्य सागर में भेज रहा है. यूएस सेंट्रल कमांड ने रविवार को कहा कि शिप और प्लेन ने नई पोस्ट्स पर जाना शुरू कर दिया है.
इजरायली सेना का पहला बड़ा शिकार, हमास के नेवल कमांडर मुहम्मद अबु अली को उठाया, मुहम्मद कास्ता के अड्डे पर गिराया बम
अमेरिका ने किया पूरा समर्थन देने का वादा
दरअसल, आतंकी संगठन हमास ने गाजा पट्टी से शनिवार को इजरायल पर अचानक हजारों रॉकेट दाग दिए थे. इसके अलावा हमास के आतंकियों ने हवा, जमीन और समुद्री सीमा से घुसकर आम नागरिकों पर हमला किया था. हमास के इन हमलों में करीब 700 नागरिक मारे गए हैं. इन हमलों में चार अमेरिकी नागरिकों की भी मौत हो गई. व्हाइट हाउस ने कहा, इन हमलों में कई अमेरिकी नागरिक मारे गए हैं. ऐसे में अमेरिका ने इजरायल को समर्थन देते हुए कई बड़े कदम उठाए हैं. साथ ही अन्य देशों को इस संघर्ष से दूर रहने की चेतावनी दी है.
व्हाइट हाउस के मुताबिक, बाइडेन ने रविवार को इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से बात की और बताया कि इजरायली रक्षा बलों के लिए अतिरिक्त सहायता दी जा रही है. और आने वाले दिनों में और सहायता दी जाएगी. बाइडेन ने हमास के हमले के बाद इजरायल की सरकार और लोगों को अपना पूरा समर्थन देने का वादा किया.
इजरायल की तबाही के मंसूबे, हैवानियत का इतिहास... जानें आतंकी संगठन हमास के बनने की कहानी

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







