आज का दिन: वैक्सीनेशन में 68% की गिरावट, डेल्टा वेरिएंट पर वैक्सीन काम करती है या नहीं?
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देश में 21 जून को जहां रिकॉर्ड वैक्सीनेशन हुआ, उसके बाद वैक्सीनेशन में भी 68% तक गिरावट देखी गई है. इसके साथ ही वैक्सीनेशन और इससे बनने वाले एंटीबॉडीज़ को लेकर भी कई स्टडीज़ सामने आईं हैं.
देश में 21 जून को जहां रिकॉर्ड वैक्सीनेशन हुआ, उसके बाद वैक्सीनेशन में भी 68% तक गिरावट देखी गई है. इसके साथ ही वैक्सीनेशन और इससे बनने वाले एंटीबॉडीज़ को लेकर भी कई स्टडीज़ सामने आईं हैं. इसी कड़ी में 100 डॉक्टर्स पर एक स्टडी की है दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल ने. कैम्ब्रिज इंस्टीट्यूट ऑफ थेराप्यूटिक इम्यूनोलॉजी एंड इंफेक्शियस डिजीज के वैज्ञानिक भी इस स्टडी का हिस्सा थे. रिसर्चर्स ने पाया है कि वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हेल्थ वर्कर्स के संक्रमित होने के पीछे की वजह ज्यादातर में डेल्टा वैरिएंट ही था. और स्टडी में यह दावा किया गया है कि covid वैक्सीन डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ 8 गुना कम असरदार है. इस स्टडी की तुलना कोरोनावायरस के पहले स्ट्रेन से की गई है. आपको तो पता ही है की WHO ने पहले ही डेल्टा वेरिएंट को वेरिएंट ऑफ कंसर्न के लिस्ट में डाल दिया. अब जहां एक बार फिर ये सवाल पूछा जा रहा है कि क्या ये वैक्सीन डेल्टा वेरिएंट पर काम करती भी है या नहीं. तो इस स्टडी की फाइंडिंग्स क्या है?पूरे देश में इन दिनों गर्मी अपने रिकॉर्ड तोड़ रही है. ऐसे में राजस्थान के अलवर में भगवान को गर्मी से बचाने के लिए जहां कई तरह के उपाय किए जा रहे हैं. मंदिरों में कूलर और एसी लगाए गए हैं. वहीं, भगवान के डाइट चार्ट में बदलाव कर दिया गया है. मंदिरों में भगवान को अब रबड़ी, छाछ और ठंडाई का भोग लग रहा है.
पाकिस्तान के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने भारत में हो रहे आम चुनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पाक में सब चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी चुनाव हार जाएं, क्योंकि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते तभी बेहतर होंगे. उन्होंने यह भी दावा किया कि पाक में भारत को लेकर नफरत नहीं है, लेकिन वहां (भारत) वो पाकिस्तान को लेकर नफरत पैदा कर रहा है.