
अस्पताल की लापरवाही से गई 'भाबीजी घर पर हैं' शो के राइटर की जान, एक्ट्रेस शिल्पा शिंदे का आरोप
AajTak
पॉपुलर टीवी शो भाबीजी घर पर हैं के राइटर मनोज संतोषी का निधन हो गया है. वो लंबे समय से लीवर की बीमारी से जूझ रहे थे. इंडिया टुडे से बातचीत में इस दुखद खबर को कंफर्म करते हुए एक्ट्रेस शिल्पा शिंदे ने अस्पताल पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.
टीवी जगत से एक दुखभरी खबर आ रही है. पॉपुलर शो 'भाबीजी घर पर हैं' के राइटर मनोज संतोषी का निधन हो गया है. 23 मार्च 2025 को सिकंदराबाद के अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली. मनोज लंबे समय से लिवर की समस्या से जूझ रहे थे. इंडिया टुडे/आजतक से बातचीत में एक्ट्रेस शिल्पा शिंदे ने इस खबर को कंफर्म किया है.
शिल्पा ने लगाए लापरवाही के आरोप
मनोज पिछले कुछ समय से लीवर की बीमारी से पीड़ित थे, लेकिन इलाज के दौरान वो जिंदगी की जंग हार गए. जानकारी है कि उनका लीवर ट्रांसप्लांट होना था लेकिन कई दिक्कतों से जूझने की वजह से ऐसा नहीं हो पाया और उनकी मृत्यु हो गई.
मनोज के तकलीफ में उनका साथ देने वाली एक्ट्रेस शिल्पा शिंदे ने बताया कि ये सब अस्पताल की लापरवाही से हुआ है. उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि मनोज को बचाया जा सकता था. लेकिन डॉक्टरों और अस्पताल के सपोर्ट की कमी और लापरवाही की वजह से मनोज की जान गई. एक्ट्रेस ने आगे कहा कि वो वक्त आने पर मामले की डिटेल्स देंगी.
कौन थे मनोज?
बात करें मनोज की तो वो ‘जीजाजी छत पर हैं’, ‘हप्पू की उलटन पलटन’ 'एफआईआर' जैसे कई कॉमेडी सीरियल्स लिख चुके हैं. वो राइटर के साथ-साथ फिल्म एक्टर भी रहे. मनोज संतोषी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के रामघाट के रहने वाले थे. उन्होंने कस्बा जरगंवा स्थित इंटर कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की थी. सिंगर बनने के सपने को लेकर वो मुंबई आए थे. हालांकि एक लेखक से मुलाकात के बाद उन्होंने इसमें ही अपना करियर बनाने का फैसला कर लिया था. इस दौरान उन्होंने काफी स्ट्रगल किया था.

आशका गोराडिया ने 2002 में एक यंग टेलीविजन एक्टर के रूप में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कदम रखा था. 16 साल बाद उन्होंने सब कुछ छोड़ दिया. इसका कारण थकान नहीं, बल्कि एक विजन था. कभी भारतीय टेलीविजन के सबसे यादगार किरदार निभाने वाली आशका आज 1,800 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन वाली कंपनी की कमान संभाल रही हैं.












