असम-मिजोरम विवाद: 26 जुलाई को जहां चली थी गोली, अब कैसे हैं हालात? पढ़िए ग्राउंड रिपोर्ट
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असम और मिजोरम की सीमा पर 26 जुलाई को हुई गोलीबारी के बाद हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं. दोनों राज्यों के बीच बातचीत लगभग ठप है. इस बीच असम की ओर से लगाए गए इकोनामिक ब्लॉकेड के चलते मिजोरम में आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई पर बुरा असर पड़ा है.
असम और मिजोरम की सीमा पर 26 जुलाई को हुई गोलीबारी के बाद हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं. दोनों राज्यों के बीच बातचीत लगभग ठप है. इस बीच असम की ओर से लगाए गए इकोनॉमिक ब्लॉकेड के चलते मिजोरम में आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई पर बुरा असर पड़ा है. 'आजतक' से बातचीत करते हुए मिजोरम के मुख्य सचिव ने कहा है कि असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के खिलाफ दर्ज एफआईआर पर पुनर्विचार किया जाएगा और कानूनी अड़चन ना आने की स्थिति में उनका नाम मुकदमे से हटा दिया जाएगा. इस बीच, दोनों राज्यों की सीमा पर जिस जगह पर गोली चली थी, वहां सबसे पहले 'आजतक' पहुंचा है. जली हुईं गाड़ियां, आसपास बिखरे मलबे के अलावा चारों तरफ सिर्फ सुरक्षा बल ही दिखाई दे रहे हैं.पूरे देश में इन दिनों गर्मी अपने रिकॉर्ड तोड़ रही है. ऐसे में राजस्थान के अलवर में भगवान को गर्मी से बचाने के लिए जहां कई तरह के उपाय किए जा रहे हैं. मंदिरों में कूलर और एसी लगाए गए हैं. वहीं, भगवान के डाइट चार्ट में बदलाव कर दिया गया है. मंदिरों में भगवान को अब रबड़ी, छाछ और ठंडाई का भोग लग रहा है.
पाकिस्तान के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने भारत में हो रहे आम चुनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पाक में सब चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी चुनाव हार जाएं, क्योंकि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते तभी बेहतर होंगे. उन्होंने यह भी दावा किया कि पाक में भारत को लेकर नफरत नहीं है, लेकिन वहां (भारत) वो पाकिस्तान को लेकर नफरत पैदा कर रहा है.