
अमेरिका: पुलिसवाले ने गाड़ी से भारतीय छात्रा को मारी टक्कर, मौत के बाद हंस रहा था अधिकारी
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अमरीकी चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, फुटेज में सिएटल पुलिस ऑफिसर्स गिल्ड के वाइस प्रेसिडेंट डैनियल ऑडेरर को गाड़ी चलाते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में सामने आया कि पुलिस अधिकारी गिल्ड के प्रेसिडेंट माइक सोलन के साथ एक काॅल में यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उस लड़की कोई खास कीमत नहीं थीं. वह मर चुकी है
अमेरिका में पुलिस की गाड़ी की चपेट में आने से एक भारतीय छात्रा की मौत के मामले में एक बॉडी कैमरा फुटेज की जांच चल रही है. इस फुटेज में छात्रा को टक्कर मारने के बाद पुलिस अधिकारी को फोन कॉल पर हंसते और मजाक करते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में अमेरिकी पुलिसकर्मी को हंसते हुए दिखाने के बाद जांच शुरू की गई है.
इसी साल जनवरी में अधिकारी केविन डेव द्वारा चलाए जा रहे एक पुलिस वाहन की चपेट में आने से जाह्नवी कंडुला की मौत हो गई थी. द सिएटल टाइम्स अखबार ने बताया कि वह ओवरडोज की रिपोर्ट के रास्ते में 74 मील प्रति घंटे (119 किमी प्रति घंटे से अधिक) की रफ्तार से गाड़ी चला रहा था. 23 जनवरी को नॉर्थ-ईस्टर्न यूनिवर्सिटी की 23 वर्षीय छात्रा जाह्नवी कंडुला डेक्सटर एवेन्यू नॉर्थ और थाॅमस स्ट्रीट के पास टहल रही थी. इस दौरान उसे सिएटल पुलिस की गाड़ी ने टक्कर मार दी.
अमरीकी चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, फुटेज में सिएटल पुलिस ऑफिसर्स गिल्ड के वाइस प्रेसिडेंट डैनियल ऑडेरर को गाड़ी चलाते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में सामने आया कि पुलिस अधिकारी गिल्ड के प्रेसिडेंट माइक सोलन के साथ एक काॅल में यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उस लड़की कोई खास कीमत नहीं थीं. वह मर चुकी है.
इसके बाद वह फोन पर कडुंला का जिक्र कर हसंते हुए कहता है कि वह एक रेगुलर पर्सन है, फिर वह कहते हैं कि बस 11 हजार डाॅलर का एक चेक लिखो. वैसे भी वह 26 साल की थी. उसकी कुछ खास कीमत नहीं थी.
ऑडरर ने यह भी उल्लेख किया है कि डेव 50 (मील प्रति घंटा) जा रहा था और यह एक प्रशिक्षित ड्राइवर के लिए कंट्रोल से बाहर नहीं है. जून में जारी एक पुलिस जांच में पाया गया कि डेव कॉल पर बात करते हुए 74 मील प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी चला रहे थे, इस दौरान उन्होंने कंडुला को टक्कर मारी, जो 100 फीट से अधिक दूर जाकर गिरी.
एसपीडी ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि ऑडरर की कॉल के वीडियो की पहचान विभाग के एक कर्मचारी द्वारा रुटीन कोर्स के दौरान की गई और इसे प्रमुख एड्रियन डियाज़ तक पहुंचाया गया. बयान में कहा गया है कि आदेश के बाद, कर्मचारी ने इसे समीक्षा के लिए पुलिस जवाबदेही कार्यालय (ओपीए) में भेज दिया.

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