
अब इस रूट पर हादसे का शिकार हुई वंदे भारत, गाय के टकराने से खुल गया ट्रेन का बोनट
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Vande Bharat Express Accident: सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस एक बार फिर हादसे का शिकार हो गई है. गाय के टकराने से ट्रेन का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और साथ ही उसका बोनट भी खुल गया. ये कोई पहला मामला नहीं है जब वंदे भारत ट्रेन इस तरह हादसे का शिकार हुई है.
Bhopal-New Delhi Vande Bharat Accident: देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस एक बार फिर हादसे का शिकार हो गई है. दिल्ली से भोपाल वापस आ रही ट्रेन ग्वालियर में हादसे का शिकार हुई. ट्रेन के सामने गाय के आ जाने से हादसा हुआ. बता दें, घटना शाम 6:15 बजे के करीब हुई. गाय के टकराने से ट्रेन का बोनट खुल गया और अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया.
बता दें, हादसे के बाद वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन करीब 15 मिनट तक ग्वालियर के डबरा स्टेशन पर खड़ी रही. वहीं, ट्रेन को देखने के लिए आसपास लोगों की भीड़ जमा हो गई. रेलवे के टेक्निकल स्टाफ द्वारा स्टेशन पर ही बोनट को ठीक किया गया जिसके बाद ट्रेन रवाना हो सकी. ये पहली बार नहीं है जब वंदे भारत ट्रेन हादसे का शिकार हुई है. इससे पहले भी वंदे भारत एक्सप्रेस कई बार दुर्घटना का शिकार हो चुकी है.
इस रूट पर 1 अप्रैल को ही वंदे भारत को दिखाई गई थी हरी झंडी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 अप्रैल को भोपाल से मध्य प्रदेश की पहली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. अभी इस ट्रेन को शुरू हुए 1 महीना भी नहीं हुआ और ये हादसे का शिकार हो गई. वंदे भारत एक्सप्रेस से भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से नई दिल्ली स्टेशन तक के सफर में 7 घंटे और 50 मिनट का समय लगेगा.
बता दें, वंदे भारत ट्रेन से मवेशियों के टकराने की घटनाओं को लेकर रेलवे प्रशासन बेहद चिंतित है. इन्हें रोकने के लिए कई तरह की कोशिशें जारी हैं. भारतीय रेलवे इन दिनों आधुनिकता पर जोर दे रहा है. रेलवे स्टेशनों को अपग्रेड किया जा रहा है. नई-नई हाई स्पीड ट्रेनें लॉन्च हो रही हैं. इसी कड़ी में सरकार ने भविष्य में पूरे भारत में 400 वंदे भारत ट्रेनें चलाने का फैसला किया है.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि मराठवाड़ा रेल कोच फैक्ट्री में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के करीब 1600 डिब्बों का निर्माण किया जाएगा. इनमें से प्रत्येक पर आठ करोड़ से नौ करोड़ रुपये की लागत आएगी. सरकार के मुताबिक नई वंदे भारत ट्रेनें 200 किमी प्रति घंटे (किमी प्रति घंटे) की अधिकतम गति प्राप्त करने में सक्षम होंगी.

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