
अफगानी गर्ल फातिमा ने PM मोदी से की स्कॉलरशिप की अपील, कहा- भारत हमारे परिवार की तरह
AajTak
भारत में पढ़ाई करने वाले अफगानी छात्रों के सामने वीजा का संकट खड़ा हो गया है. दरअसल, ये छात्र भारत में आने के लिए वीजा दिए जाने की मांग पर अड़े हुए हैं. ऐसे करीब 5 हजार स्टूडेंट्स पिछले एक साल से अफगानिस्तान के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए हैं. वहीं अफगानिस्तान की रहने वाली छात्रा फातिमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्कॉलरशिप दिए जाने की अपील की है.
अफगानिस्तान के अलग-अलग शहरों के छात्र भारत में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन ये स्टूडेंट्स पिछले एक साल से अफगानिस्तान में ही फंसे हुए हैं. इसकी वजह है वीजा न मिलना. लिहाजा अफगानी स्टूडेंट्स अब लगातार ये मांग कर रहे हैं कि उन्हें भारत आने के लिए वीजा उपलब्ध कराया जाए. उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है. इतना ही नहीं, हाल ही में अफगानिस्तान के काबुल में छात्रों ने प्रदर्शन करने की भी कोशिश की थी. ये छात्र भारत आने के लिए वीजा दिए जाने की मांग पर अड़े हुए थे.
वहीं, अफगानिस्तान की रहने वाली एक छात्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भारत में पढ़ाई करने के लिए स्कॉलरशिप देने की अपील की है. अफगानी छात्रा फातिमा कॉलेज में पढ़ाई कर रही है. उसने पीएम मोदी से अपील की है कि उसे भारत में पढ़ाई करने के लिए स्कॉलरशिप दी जाए. इसके साथ ही फातिमा ने कहा है कि हम भारत से प्यार करते हैं यह हमारे परिवार की तरह है.
दरअसल, अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद भारत सरकार ने छात्रों का वीजा कैंसिल कर दिया था. इसके बाद से ये स्टूडेंट अफगानिस्तान में ही फंसे हुए हैं. इन्हें करीब एक साल हो गया है.
जानकारी के मुताबिक करीब 5 हजार छात्र अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं, जो कि भारत में पढ़ाई कर रहे हैं. इन छात्रों का कहना है कि वीजा न मिलने से उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है. लिहाजा हाल ही में इन छात्रों ने प्रदर्शन करने की कोशिश भी की थी, हालांकि तालिबान ने हवाई फायरिंग कर छात्रों को प्रदर्शन करने से रोक दिया था.
ये छात्र भारत के प्रोफेशनल कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे हैं. इन्हें भारत सरकार की ओर से पिछले एक साल से छात्रवृत्ति दी जा रही थी. लेकिन अब इन छात्रों को भारत में पढ़ाई के लिए आने के लिए वीजा नहीं मिल रहा है.पिछले एक साल से वीजा नहीं मिलने के कारण इंस्टीट्यूट्स में एडमिशन की तारीख भी निकलती जा रही हैं. ऐसे में ये सभी स्टूडेंट अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं.
ये भी देखें

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







