
अफगानिस्तान में भीषण ठंड का कहर, -33 पहुंचा तापमान, सर्दी से 8 दिन में 70 लोगों की मौत
AajTak
अफगानिस्तान में सर्दी का कहर जारी है. यहां पारा -33 तक पहुंच गया है. मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि यह अब तक की सबसे भीषण सर्दी है. साथ ही कहा कि 10 जनवरी के बाद से तापमान में भारी गिरावट हुई है. वहीं आपदा प्रबंधन मंत्रालय ने कहा कि पिछले 8 दिनों में इतने लोगों की मौत हुई है.
अफगानिस्तान में इन दिनों भीषण सर्दी पड़ रही है. आलम ये है कि पारा माइनस में पहुंच गया है. इसके चलते देशभर में 70 लोगों की मौत हो चुकी है. स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि पिछले कई वर्षों में ऐसी सर्दी नहीं पड़ी है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक अफगानिस्तान के मौसम विज्ञान कार्यालय के प्रमुख मोहम्मद नसीम मुरादी ने कि काबुल और कई अन्य प्रांतों में 10 जनवरी के बाद से तापमान में भारी गिरावट हुई है. साथ ही कहा कि मध्य क्षेत्र में वीकेंड पर पारा -33 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. जो कि अब तक का सबसे कम तापमान दर्ज किया गया है.
अफगानिस्तान के ग्रामीण इलाकों में बेघर परिवारों के लिए कैंपफायर लगाए गए हैं. इसके साथ ही बर्फीले इलाकों में लोगों को सर्दी से बचाने के लिए कोयले के हीटर जलाए गए हैं.
मोहम्मद नसीम मुरादी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि शीत लहर एक और सप्ताह या उससे अधिक समय तक जारी रहेगी.
आपदा प्रबंधन मंत्रालय ने कहा कि पिछले 8 दिनों में 70 लोग और 70,000 मवेशियों की मौत हो गई है. बताया जा रहा कि गरीब क्षेत्रों का सर्दी के चलते बहुत बुरा हाल है. आलम ये है कि लोग सर्दी से बचाव के लिए सरकार की ओऱ से जलाए गए अलाव के पास हुडदंग करते नजर आए.
अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना के पीछे हटने और वाशिंगटन समर्थित शासन को बदलने और तालिबान के सत्ता संभालने के बाद देश में दूसरी बार सर्दी पड़ रही है. दरअसल, जब से तालिबान ने सत्ता संभाली है, तब से अमेरिका ने प्रमुख राष्ट्रीय संपत्तियों को फ्रीज कर दिया है. इसके चलते देश में भारी संकट पैदा हो गया है. इतना ही नहीं लोग भारी गरीबी का सामना भी कर रहे हैं.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







