अपहरण…रेप फिर 10 साल की बच्ची को 600 रुपये देकर ऑटो में बैठाया, क्राइम ब्रांच ने ऐसे खोला केस
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सूरत की क्राइम ब्रांच ने एक ब्लाइंड रेप का केस टेक्निकल सर्विलांस की मदद से खोल दिया है. इस केस को सुलझाना पुलिस के लिए चुनौती भरा काम था. दरअसल, 10 साल की पीड़िता बच्ची न तो आरोपी को पहचानती थी और न ही उसका हुलिया बता पा रही थी. आखिरकार क्राइम ब्रांच ने पूरी रात मेहनत करने के बाद अगले दिन आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
सूरत क्राइम ब्रांच ने अपहरण और रेप के एक ब्लाइंड मामले को सुलझाने में सफलता हासिल की है. सूरत शहर के पांडेसरा इलाके से 22 दिसंबर को 10 साल की एक बच्ची का उसके घर से किसी अज्ञात व्यक्ति ने ऑटो में अपहरण करने के बाद उसके साथ दुष्कर्म किया था. बच्ची की मेडिकल जांच में रेप किए जाने की पुष्टि हुई थी.
बच्ची का अपहरण किसने किया था और उसके साथ यह घिनौनी हरकत किसने की थी, यह पता करना पुलिस के लिए चुनौती भरा काम था. दरअसल, पीड़ित बच्ची न तो आरोपी का हुलिया बता पा रही थी और न ही उसे आरोपी का नाम पता था. वहीं, बच्ची के परिवार वालों को आरोपी के बारे में कोई जानकारी थी.
लिहाजा, मामले को सुलझाने और आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए सूरत क्राइम ब्रांच की अलग-अलग टीमें बनाई गई थीं. बच्ची के अपहरण के बाद से लेकर उसकी बरामदगी वाली जगह तक के रूट पर लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगाली गई. इसके बाद बच्ची का अपहरण और रेप करने वाले तीन बच्चों के पिता को सूरत क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की.
अपहरण के बाद बच्ची को घर ले गया था आरोपी
सूरत क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में आए आरोपी का नाम जय सिंह रामेश्वर कुंभार है. उसी ने घर के सामने खेल रही 10 साल की बच्ची का ऑटो में अपहरण किया था. इसके बाद वह शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर कड़ोदरा इलाके में अपने घर पर ले गया था. आरोपी ने घर में बच्ची से रेप करने के बाद उसे 600 रुपये देकर एक ऑटो में बिठाकर वापस से सूरत भेज दिया था.
बच्ची रोती बिलखती सूरत शहर के कड़ी वाला चौराहे से बरामद हुई थी. इसके बाद पुलिस की टीम बच्ची को सूरत के सिविल अस्पताल में मेडिकल चेकअप के लिए ले गई. वहां बच्ची के साथ रेप किए जाने की पुष्टि हुई. इसके साथ ही पुलिस की टीम लगातार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कोशिश कर रही थी.
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