अखिलेश यादव INDIA ब्लॉक से दूर जाने की सोच चुके हैं?
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झारखंड मुक्ति मोर्चा का क्या है प्लान बी, क्यों बढ़ती जा रही है ईडी की ओर से सोरेन की मुसीबत और उनकी गिरफ़्तारी के आसार क्यों बताए जा रहे हैं, कोटा में छात्र क्यों सुसाइड कर रहे हैं, किन वजहों से लगातार अंतराल पर छात्रों के आत्महत्या की ख़बर आ रही है, चंडीगढ़ मेयर चुनाव में कैसे हारी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस, दोनों पार्टियां बीजेपी पर क्या आरोप लगा रही हैं, यूपी की 16 सीटों पर समाजवादी पार्टी ने लोकसभा उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, कैंडीडेट्स का चयन किस आधार पर किया गया है और क्या यूपी में इंडिया अलायंस की संभावना खत्म हो गई है? सुनिए ‘दिन भर’ में.
कभी सुना है वर्तमान मुख्यमंत्री के ग़ायब होने के पोस्टर लग गए हों किसी राज्य में और कारण ईडी का ऐक्शन बताया जाए? झारखंड में पिछले 24 घंटे में कुछ ऐसा नजारा मिला है. हालांकि आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मीडिया के सामने आए और कहा कि मैं कहीं गायब नहीं था, व्यस्त था.
कल ईडी उनके दिल्ली स्थित घर पहुंची थी, हेमंत से पूछताछ को लेकिन वो मिले नहीं. आसार इसके भी थे और अभी भी हैं कि ईडी उन्हें गिरफ्तार भी कर सकती है. ईडी ने जमीन घोटाले के मामले में उन पर केस दर्ज किया है. और कई नोटिस के बावजूद सोरेन ईडी के बुलाने पर नहीं पहुंचे थे जिसके बाद ईडी का ये ऐक्शन हुआ.
झारखंड में आपाधापी की ये स्थिति बनी क्यों? और पिछले 31 घंटे से हेमंत थे कहां? हेमंत की गिरफ़्तारी हो सकती है ऐसा कहा जा रहा है? झारखंड की राजनीति किस तरह बदलेगी? और क्या हेमंत इसे चुनावों में नहीं भुनाएंगे? सुनिए 'दिन भर' की पहली ख़बर में.
मम्मी पापा। मैं जेईई नहीं कर सकती. इसलिए आत्महत्या कर रही हूँ. मैं बहुत बुरी बेटी हूँ. सॉरी मम्मी पापा. लेकिन यही लास्ट ऑप्शन है.
कोटा में कल सुसाइड कर लेने वाली एक बच्ची जो अठारह साल की थी, ये उसके सुसाइड लेटर के शब्द हैं. निहारिका नाम की ये लड़की महज 18 साल की थी. जेईई की तैयारी कर रही थी. आज परीक्षा थी लेकिन एक दिन पहले ही उसने हार मान ली.कोटा में स्टूडेंट्स के सुसाइड की एक सप्ताह में यह दूसरी घटना है. इससे पहले NEET की तैयारी कर रहे स्टूडेंट ने 23 जनवरी को सुसाइड कर लिया था. पिछले एक साल में कोटा 26 आत्महत्याओं का गवाह बन चुका है. क्यों है ऐसी तस्वीर और छात्रों के ऊपर दबाव का ये आलम क्यों है? बहुत सारे शहर हैं तैयारी और कंपटीशन एग्जाम की भागमभाग में झुलसे हुए लेकिन कोटा ही क्यों इन बुरी खबरों का हॉटस्पॉट बना हुआ है? इसके लिए जिम्मेदार कौन है सबसे ज्यादा ऐसी स्थिति के लिए – पेरेंट्स , कोचिंग सेंटर या वहां का माहौल? सुनिए 'दिन भर' की दूसरी ख़बर में.
इंडिया अलायंस की आज चंडीगढ़ में पहली परीक्षा थी, जहां आम आदमी और कांग्रेस साथ थे. लेकिन इस परीक्षा में इस अलायंस को बड़े कम अंक मिले. दरअसल आज चंडीगढ़ में मेयर चुनाव हुए और उसमें जीत गई है बीजेपी. बीजेपी के पार्षद मनोज सोनकर को 35 में से 16 वोट मिले जबकि आप-कांग्रेस के प्रत्याशी कुलदीप टीटा 12 वोट हासिल कर पाए. और 8 वोट कैंसिल कर दिए गए. कांग्रेस और आप के पार्षदों ने बीजेपी पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है. दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवील ने भी ट्वीट करके चुनाव में बेईमानी करने का आरोप लगाया है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसे लोकतंत्र की लूट बताया.
aajtak e-चुनाव के सर्वे में करीब सवा लाख लोगों ने हिस्सा लिया. इनमें से लगभग 73% लोगों ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को लगातार तीसरी बार सत्ता में देखने की इच्छा जताई जबकि विपक्षी इंडिया ब्लॉक को लगभग 23% वोट मिले. करीब 4 फीसदी वोट अन्य को मिले. अगर इन वोटों को सीटों में बांट दिया जाए तो एनडीए को 397 सीटें मिलने का अनुमान है.