
अंधेरे में घर के दरवाजे पर प्रेमी के साथ बैठी थी बेटी, गुस्साए पिता ने दोनों को फावड़े से मार डाला
AajTak
सचिन और नीतू के परिवारों को उनके इस प्रेम संबंध के बारे में पहले से पता था और उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया था. उन्हें ये रिश्ता मंजूर नहीं था. उन्होंने बताया कि परिवार वालों ने सचिन और नीतू को रोकने की काफी कोशिश की थी, लेकिन वो दोनों नहीं मानें.
Double Murder in Badaun: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में डबल मर्डर का एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. जहां अपनी बेटी के प्रेम संबंध से नाराज एक शख्स ने अपनी बेटी और उसके प्रेमी को फावड़े से काट डाला. दोनों का कत्ल करने के बाद वो शख्स खून से सना हथियार लेकर पुलिस थाने पहुंच गया और पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया.
ये खूनी वारदात बदायूं के परौली गांव की है. सूत्रों ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह वारदात ऑनर किलिंग जैसी लग रही है. पुलिस के मुताबिक, परौली गांव का 20 साल का सचिन करीब दो साल से उसी गांव में रहने वाले महेश की 20 वर्षीय बेटी नीतू के साथ रिलेशनशिप में था.
पड़ोसियों के अनुसार, सचिन और नीतू के परिवारों को उनके इस प्रेम संबंध के बारे में पहले से पता था और उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया था. उन्हें ये रिश्ता मंजूर नहीं था. उन्होंने बताया कि परिवार वालों ने सचिन और नीतू को रोकने की काफी कोशिश की थी, लेकिन वो दोनों नहीं मानें.
पुलिस के मुताबिक, ये खौफनाक वारदात मंगलवार सुबह की है, जब नीतू के घर के दरवाजे पर वे दोनों साथ बैठे थे. उस वक्त करीब सुबह के 4.30 बजे थे. कुछ शोर सुनकर अचानक नीतू का परिवार जाग गया और सभी ने मिलकर सचिन और नीतू पर हमला कर दिया.
बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने बताया कि पहले उन दोनों की जमकर पिटाई की गई और फिर नीतू के पिता महेश ने दरवाजे से चंद कदम की दूरी पर फावड़े से मारकर काटकर उन दोनों की हत्या कर दी. इस वारदात को अंजाम देने के बाद, लड़की के अन्य परिवार के सदस्य मौके से भाग निकले.
जबकि मुख्य आरोपी महेश हत्या में इस्तेमाल किया गया खून से सना फावड़ा लेकर बिल्सी पुलिस स्टेशन जा पहुंचा. जिसे देखकर पुलिसवाले भी हैरान रह गए. महेश ने वहां जाकर पुलिस को सारी वारदात के बारे में बताया और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने की पेशकश की.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







