
US में दनादन फैसले... भारत से टैरिफ डील पर सिर्फ ऐलान का इंतजार, सोयाबीन पर भी 'Yes'
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India-US Trade Deal पर बात बन गई है और नवंबर महीने में इसे लेकर बड़ा ऐलान किया जा सकता है. इस समझौते को लेकर जो संकेत मिल रहे हैं, वो पॉजिटिव नजर आ रहे हैं.
भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील (India-US Trade Deal) बस होने ही वाली है. इसे लेकर लगातार पॉजिटिव सिग्नल मिल रहे हैं. डोनाल्ड ट्रंप के तेवर नरम पड़ने और भारत की ओर से भी कई मुद्दों को सुलझाने की खबरें आ रही हैं. अब एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका द्वारा जुर्माने के तौर पर भारत पर लगाया गया टैरिफ हटाने पर सहमति बनने के बाद अब नवंबर तक इस ट्रेड डील को लेकर बड़ा ऐलान किया जा सकता है.
Trade Deal पर आया बड़ा अपडेटडोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत के साथ ट्रेड डील सकारात्मक ढंग से आगे बढ़ने के दावे किए जा रहे थे. तो वहीं अब डेक्कन क्रोनिकल की रविवार को आई एक रिपोर्ट में डील से जुड़े अधिकारियों के हवाले से बड़ा अपडेट दिया गया है. इसमें कहा गया है कि India-US Trade Deal की घोषणा नवंबर खत्म होने से पहले ही किए जाने की उम्मीद है. उन्होंने बताया कि रूसी तेल (Russian Oil) का मुद्दा पूरी तरह से सुलझाया जा चुका है, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इसे स्वीकार किया है और कहा है कि भारत पर लगाया गया दंडात्मक शुल्क वापस लिया जाएगा.
भारत–अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौता (BTA) का पहला चरण लगभग पूरा होने के करीब है. भारत और अमेरिका के बीच अब तक 6 दौर की बातचीत हो चुकी है और दोनों देश 2025 तक पहला चरण पूरा करने की योजना बना रहे हैं. जटिल मुद्दों पर बातचीत जारी रहेगी. टैरिफ रेट्स पर मंथन का दौर जारी रिपोर्ट की मानें, तो भारत कथित तौर पर सोयाबीन (Soyabean), मक्का (Corn) समेत कुछ डेयरी प्रोडक्ट्स के शुल्क मुक्त आयात के लिए अपना बाजार खोलेगा, जबकि दोनों ही पक्ष इंडस्ट्रियल और एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स पर रेसिप्रोकल टैरिफ रेट्स को अंतिम रूप देने पर काम कर रहे हैं. दोनों ओर से टैरिफ फ्री और कम टैरिफ वाले आयात के लिए प्रोडक्ट लिस्ट से जुड़े ज्यादातर मुद्दों को सुलझा लिया है.
ट्रंप ने भी दिए थे बड़े संकेत गौरतलब है कि इस सप्ताह की शुरुआत में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि India-US एक समझौते पर पहुंचने के बेहद करीब पहुंच रहे हैं, जिससे दोनों देशों के बीच आर्थिक और सुरक्षा संबंधों का विस्तार होगा. उन्होंने कहा था कि दोनों देशों के बीच करार से अमेरिकी ऊर्जा निर्यात और प्रमुख अमेरिकी क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा मिलेगा. बीते दिनों भारत में अमेरिकी राजदूत सर्जियो गोर के शपथ ग्रहण के मौके पर ओवल ऑफिस में ट्रंप ने कहा था कि हम भारत के साथ एक ऐसा समझौता कर रहे हैं, जो पहले किए गए समझौतों से कहीं ज्यादा अलग है.
इतना रह सकता है भारत पर टैरिफ रिपोर्ट के अनुसार, भारत और अमेरिका दोनों पक्षों ने हाई लेवल वार्ता की है, जिसका उद्देश्य अमेरिका की ओर से चुनिंदा भारतीय निर्यातों पर 50% टैरिफ लगाए जाने के बाद बढ़ी ट्रेड टेंशन को खत्म करना है. बता दें कि भारत पर 50% US Tariff में से 25% सिर्फ रूसी तेल खरीदने के लिए दंडात्मक शुल्क के तौर पर लगाया गया है. इसमें अनुमान जाहिर करते हुए बताया गया है कि इस टैरिफ पर दो कैटेगरी में चर्चा हो रही है, जिनमें 12 से 15 फीसदी के बीच या 15 से 19 फीसदी के बीच पर सहमति बन सकती है.













