UP Nagar Nikay Chunav: पिता सफाईकर्मी, मां घरों में करती थीं काम... मथुरा के मेयर मुकेश की कहानी
AajTak
मथुरा को नगर निगम का दर्जा 2017 के चुनाव के दौरान ही मिला था. बीजेपी ने यहां से डॉ. मुकेश बंधु आर्य को चुनावी मैदान में उतारा था, जिन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्विंदी कांग्रेस के मोहन सिंह को 22 हजार से अधिक वोटों से हराया था. आइए जानते हैं कि कौन हैं मथुरा के पहले मेयर मुकेश बंधु आर्य-
उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं. प्रदेश की 17 नगर निगम सीटों पर भी चुनाव होने वाला है. यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), समाजवादी पार्टी (सपा), कांग्रेस समेत सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. इस बार मथुरा को नगर निगम का दर्जा मिलने के बाद दूसरी बार चुनाव होगा और दांव पर बीजेपी की प्रतिष्ठा होगी.
मथुरा को नगर निगम का दर्जा 2017 के चुनाव के दौरान ही मिला था. बीजेपी ने यहां से डॉ. मुकेश बंधु आर्य को चुनावी मैदान में उतारा था, जिन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्विंदी कांग्रेस के मोहन सिंह को 22 हजार से अधिक वोटों से हराया था. मुकेश बंधु आर्य पहले वार्ड मेंबर थे, लेकिन सीट आरक्षित होने पर बीजेपी ने उन पर भरोसा जताया था.
मुकेश बंधु आर्य की राजनीति में एंट्री काफी रोचक है. मुकेश बंधु आर्य का जन्म 1 दिसंबर 1964 को बाल्मिकी बस्ती में रहने वाले नत्थू पुजारी के यहां हुआ. नत्थू पुजारी रेलवे में सफाई कर्मचारी थे. वहीं मां भगवान देई घरों में सफाई का कार्य करती थीं. माता-पिता ने सफाई कर्मचारी होते हुए भी अपने पांचों बेटों व दो बेटियों को पढ़ाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी.
इसी कारण पांचों बेटों में से तीन सरकारी सेवा में आ गए, जबकि दो राजनीति में सक्रिय हो गए. मुकेश बंधु आर्य छात्र जीवन से ही राजनीति में आ गए. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विभिन्न पदों पर रहने के बाद सबसे पहले मथुरा नगर पालिका के वार्ड मेंबर का चुनाव जीता. उसके बाद मेयर पद पर निर्वाचित हुए.
मुकेश बंधु आर्य ने अपनी स्नातक तक की पढ़ाई मथुरा में ही की. इसके बाद वह आरएमपी डॉक्टर के रूप में काम करते थे और बाल्मीकि बस्ती के बाहर एक छोटा सा क्लीनिक भी चलाते हैं. मुकेश बंधु आर्य 1989 से सक्रिय राजनीति में हैं. उन्होंने सबसे पहले अपनी पहचान एक स्वयंसेवक के रूप में बनाई थी.
Arunachal Pradesh Sikkim Election Result Live Updates: अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभा चुनावों के मतदान की गिनती रविवार को होने जा रही है. अरुणाचल प्रदेश में 50 और सिक्किम की 32 विधानसभा सीटों पर हुई वोटिंग की मतगणना सुबह छह बजे से शुरू हो जाएगी. अरुणाचल में सत्तारूढ़ बीजेपी ने 60 सदस्यीय विधानसभा में से पहले ही 10 सीटें निर्विरोध जीत ली थी. वहीं, 32 विधानसभा सीटों वाले सिक्किम में सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) को लगातार दूसरी बार जीत की उम्मीद है और विपक्षी एसडीएफ उसे सत्ता से बेदखल करना चाहती है.
सात चरणों के मतदान के बाद लोकसभा चुनाव संपन्न हो गया. अब 4 जून को नतीजों का इंतजार है, लेकिन इससे पहले इंडिया टुडे- एक्सिस माय इंडिया का एग्जिट पोल सामने आ गया है. इसमें NDA गठबंधन को 361-401 सीटें मिलने के आसार जताए गए हैं, वहीं इंडिया ब्लॉक 131-166 के बीच सिमट सकता है. एग्जिट पोल के मुताबिक देश की कई सीटें ऐसी हैं, जिन पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं. जानिए इन VVIP सीटों पर एग्जिट पोल का अनुमान क्या कह रहा है...