UP चुनाव: टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर इस तरह से वोटिंग ट्रेंड का पता करेगी बीजेपी
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यूपी चुनाव में इस बार जम कर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है. वर्चुअल रैलियों और मीटिंग्स के बाद, अब बीजेपी, बूथ की सबसे छोटी इकाई पन्ना प्रमुख को भी इससे जोड़ रही है. अब मतदान के दिन, पन्ना प्रमुख वोटिंग ट्रेंड भी पार्टी को बताएंगे.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (UP Assembly Elections 2022) में पिछले कुछ समय से लगातार ‘पन्ना प्रमुख’ चर्चा में हैं. बीजेपी ने इस बार पन्ना प्रमुखों को टेक्नोलॉजी से जोड़ने की पहल की है. योजना बनायी गयी है कि पार्टी चुनाव के दिन इन्हीं पन्ना प्रमुखों के ज़रिए वोटिंग ट्रेंड पता करेगी. यानी, पार्टी को मतदान ख़त्म होते ही ये पता चल जाएगा कि पार्टी ने किस बूथ पर कैसा परफॉर्मेंस किया है या कितने मतदाताओं ने पार्टी के पक्ष में वोट किया है. इस बार यह नया प्रयोग यूपी भाजपा ने किया है.
चुनाव आयोग के मुताबिक, इस लोकसभा चुनाव के दौरान ईवीएम और वीवीपैट के मेमोरी वेरिफिकेशन के लिए प्रति मशीन 40 हजार रुपए और उस पर 18 फीसदी जीएसटी एडवांस जमा करना पड़ता है. आयोग के तकनीकी विशेषज्ञों को टीम सभी के सामने डाटा वेरिफाई करती है. अगर शिकायत सही मिली यानी ईवीएम डेटा और पर्चियों के बीच अनियमितता यानी गड़बड़ पाई गई तो कार्रवाई होगी.