
RCB Vs LSG Eliminator IPL 2022: एलिमिनेटर में बारिश, मैच रद्द हुआ तो लखनऊ-बेंगलुरु में कौन होगा बाहर?
AajTak
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और लखनऊ सुपर जायंट्स की टीमें एलिमिनेटर में आमने-सामने होंगी. अगर इस मैच में बारिश खलल डालती है, तो क्वालिफायर-2 में कौन-सी टीम पहुंचेगी. जानिए...
RCB Vs LSG Eliminator IPL 2022: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 में बुधवार को एलिमिनेटर मुकाबला खेला जाने वाला है. कोलकाता के ईडन गार्डन मैदान में होने वाले इस मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (LSG Vs RCB) की टीम आमने-सामने हैं. क्वालिफायर-1 में जीत हासिल करके गुजरात टाइटन्स पहले ही फाइनल में पहुंच गई है, जबकि एलिमिनेटर की विजेता टीम को राजस्थान रॉयल्स से भिड़ना होगा.
बारिश की वजह से टॉस में देरी हुई है, अगर बारिश ज्यादा देर तक चलती है तो अधिक से अधिक 9.30 बजे तक मैच शुरू हो सकता है. तब 5-5 ओवर का मैच करवाया जा सकता है जिसमें से विजेता तय होगा. अगर उससे भी अधिक बारिश होगी, तब 11.56 PM तक मैच शुरू हो सकता है तब सुपरओवर से मैच का नतीजा आएगा. लेकिन अगर मैच शुरू हो नहीं होता है तो लखनऊ को विजेता घोषित कर दिया जाएगा. क्वालिफायर की तरह ही एलिमिनेटर के दौरान भी मौसम कुछ हदतक दगा दे सकता है. कोलकाता में दिन में बारिश होने की अधिक संभावना रही, लेकिन रात को ऐसा होने के कम आसार हैं. हालांकि, अगर ऐसा होता भी है तो मैच पर इसका क्या असर होगा समझिए... क्वालिफायर की तरह ही एलिमिनेटर के लिए भी कोई रिजर्व डे नहीं है यानी इस मैच का फैसला आज ही होगा. अगर बारिश की वजह से एक भी बॉल नहीं फेंकी जाती है, तो प्वाइंट टेबल के अनुसार लखनऊ सुपर जायंट्स की एंट्री क्वालिफायर-2 में हो जाएगी. प्वाइंट टेबल में लखनऊ तीसरे स्थान पर थी और बेंगलुरु चौथे स्थान पर, ऐसे में बेंगलुरु का पत्ता साफ हो जाएगा.
सुपरओवर का भी रहेगा ऑप्शन बारिश की वजह से अगर खेल में कुछ हदतक ही बाधा पड़ती है, तो नियम के अनुसार सुपरओवर से मैच का फैसला किया जाएगा. यानी एक-एक ओवर का मैच होगा, उसे जो जीत जाएगा वह आगे जाकर राजस्थान रॉयल्स से भिड़ेगा. हालांकि, फैन्स चाहेंगे कि उन्हें एलिमिनेटर का पूरा रोमांच देखने को मिले और उनकी फेवरेट टीम ही आगे बढ़े.
बता दें कि बीसीसीआई द्वारा जो नियम बनाए गए हैं, उनके अनुसार सिर्फ फाइनल मुकाबले के लिए रिजर्व डे रखा गया है. क्वालिफायर-1, एलिमिनेटर और क्वालिफायर-2 के लिए कोई रिजर्व डे नहीं है. इन सभी मैचों का फैसला सुपरओवर या फिर प्वाइंट टेबल की मदद से ज़रूरत पड़ने पर निकाला जा सकता है.
क्वालिफायर-1 में गुजरात टाइटन्स ने राजस्थान रॉयल्स को 7 विकेट से मात देकर फाइनल में जगह बनाई है. राजस्थान रॉयल्स को अभी एक मौका और मिलेगा, वह क्वालिफायर-2 (27 मई) में उस टीम से भिड़ेगी जो एलिमिनेटर जीत जाएगी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को रूसी भाषा में भगवद गीता का एक विशेष संस्करण भेंट किया है. इससे पहले, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को भी गीता का संस्करण दिया जा चुका है. यह भेंट भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को साझा करने का प्रतीक है, जो विश्व के नेताओं के बीच मित्रता और सम्मान को दर्शाता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कई अनोखे और खास तोहफे भेंट किए हैं. इनमें असम की प्रसिद्ध ब्लैक टी, सुंदर सिल्वर का टी सेट, सिल्वर होर्स, मार्बल से बना चेस सेट, कश्मीरी केसर और श्रीमद्भगवदगीता की रूसी भाषा में एक प्रति शामिल है. इन विशेष तोहफों के जरिए भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को दर्शाया गया है.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.







