
PM Modi US Visit: ढोल-नगाड़े और मोदी-मोदी के नारे... अमेरिका पहुंचने पर ऐसे हुआ प्रधानमंत्री का स्वागत
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PM Narendra Modi US Visit: पीएम मोदी ने X पर एक पोस्ट में कहा कि भारतीय समुदाय ने अमेरिका में अपनी अलग पहचान बनाई है और विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक प्रभाव डाला है. उनसे बातचीत करना हमेशा खुशी की बात होती है. 22 सितंबर यानी रविवार को भारतीय समयानुसार रात करीब 9:30 बजे मैं न्यूयॉर्क शहर में मोदी एंड यूएस कार्यक्रम को संबोधित करूंगा.
PM Narendra Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय यात्रा पर अमेरिका पहुंचे. इस दौरान वह क्वाड शिखर सम्मेलन में शिरकत करेंगे साथ ही संयुक्त राष्ट्र में एक सम्मेलन को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी शनिवार को जैसे ही पेंसिल्वेनिया के फिलाडेल्फिया इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे, वहां मौजूद भारतीय प्रवासियों ने उनका ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत किया. इसके साथ ही उन्होंने मोदी-मोदी के नारे लगाए. पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों का अभिवादन स्वीकार किया. पारंपरिक परिधान पहने भारतीय समुदाय के लोगों ने हाथों में तिरंगा थाम रखा था. इस दौरान कुछ लोगों ने पीएम मोदी का ऑटोग्राफ भी लिया.
पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा को लेकर विदेश मंत्रालय ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ऐतिहासिक शहर फिलाडेल्फिया पहुंचे. विलमिंगटन, डेलावेयर में द्विपक्षीय और क्वाड समिट को लेकर व्यस्तता से भरपूर दिन रहने वाला है. देखते रहिए.
वहीं, पीएम मोदी ने X पर एक पोस्ट में कहा कि भारतीय समुदाय ने अमेरिका में अपनी अलग पहचान बनाई है और विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक प्रभाव डाला है. उनसे बातचीत करना हमेशा खुशी की बात होती है. 22 सितंबर यानी रविवार को भारतीय समयानुसार रात करीब 9:30 बजे मैं न्यूयॉर्क शहर में मोदी एंड यूएस कार्यक्रम को संबोधित करूंगा.
अमेरिका पहुंचने पर पीएम मोदी ने X पर पोस्ट किया कि फिलाडेल्फिया पहुंच गया हूं. आज का प्रोग्राम क्वाड शिखर सम्मेलन और अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक पर केंद्रित होगा. उन्होंने कहा कि मुझे भरोसा है कि पूरे दिन की चर्चाएं हमारी दुनिया को बेहतर बनाने और प्रमुख वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में योगदान देंगी.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







