
Pitru Paksha 2024: चतुर्दशी पर आज किन पितरों का होगा श्राद्ध? जानें तर्पण और पिंडदान की विधि
AajTak
चतुर्दशी तिथि में उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है जिनकी अकाल मृत्यु हुई हो. यानी जिन लोगों की मृत्यु अप्राकृतिक कारणों जैसे दुर्घटना, हत्या, आत्महत्या या किसी अनहोनी के चलते हुई हो, उनका श्राद्ध चतुर्दशी पर होता है.
Pitru Paksha 2024: पितृपक्ष में आज चतुर्दशी तिथि का श्राद्ध किया जाएगा. चतुर्दशी तिथि में उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है जिनकी अकाल मृत्यु हुई हो. यानी जिन लोगों की मृत्यु अप्राकृतिक कारणों जैसे दुर्घटना, हत्या, आत्महत्या या किसी अनहोनी के चलते हुई हो, उनका श्राद्ध चतुर्दशी पर होता है. इसे घात श्राद्ध भी कहा जाता है. चतुर्दशी के श्राद्ध में विशेष तर्पण और पिंडदान किया जाता है. यह विधि शास्त्रों में वर्णित है और इसे विधिपूर्वक करने से पितरों की आत्मा की शांति मिलती है.
स्नान और शुद्धिकरण श्राद्ध करने वाले व्यक्ति को प्रातःकाल स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण करना चाहिए. इसके बाद, पूजा स्थान और आवश्यक सामग्री को शुद्ध किया जाता हैय
संकल्प तिल, जल और कुश लेकर दिवंगत आत्मा के लिए संकल्प किया जाता है. संकल्प करते समय देवताओं और पितरों का आह्वान किया जाता है. इसमें श्राद्ध का उद्देश्य और श्रद्धा व्यक्त करते हुए श्राद्ध के लिए समर्पण की भावना रखी जाती है.
पिंडदान पिंडदान श्राद्ध का मुख्य अंग होता है. चावल, तिल और जौ को मिलाकर गोल आकार के पिंड बनाए जाते हैं. इन पिंडों को कुशा पर रखकर दिवंगत आत्माओं के लिए समर्पित किया जाता है. पिंडदान करने के लिए सात या अधिक पिंड तैयार किए जाते हैं, जिन्हें पितरों को अर्पित किया जाता है.
तर्पण तर्पण में जल, तिल और जौ का मिश्रण हाथ में लेकर जल का अर्पण किया जाता है. इसे पवित्रता और श्रद्धा के साथ पितरों की आत्मा की शांति के लिए किया जाता है. तर्पण करते समय दिवंगत आत्मा का स्मरण किया जाता है.
ब्राह्मण भोज और दान श्राद्ध के बाद ब्राह्मणों को भोजन कराना और उन्हें दक्षिणा देना आवश्यक माना जाता है. इसे 'पितृ भोज' भी कहा जाता है. ब्राह्मणों को प्रसन्न करके पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने की परंपरा है. उन्हें भोजन कराने के बाद वस्त्र, अनाज, दक्षिणा और अन्य आवश्यक वस्त्र या सामग्रियां दान स्वरूप दी जाती हैं. यह दान पितरों की आत्मा की तृप्ति के लिए किया जाता है.

Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.









