
Pitru Paksh 2021: गया में ही पितरों का श्राद्ध करने क्यों जाते हैं लोग? जानें पौराणिक महत्व
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पितृ पक्ष में पूर्वजों की आत्मा की शांति पिंडदान और श्राद्ध करने की परंपरा है. अधिकतर लोगों की ये इच्छा होती है कि वो गया जाकर ही पिंडदान करें. हिंदू मान्यताओं के हिसाब से पिंडदान मोक्ष प्राप्ति का एक सजह और सरल मार्ग है. यूं तो हमारे देश के कई सारे स्थानों में पिंडदान किया जाता है लेकिन बिहार के फलगू तट पर बसे गया में इसका खास महत्व है. विष्णु पुराण के मुताबिक, Gaya में पिंडदान करने से पूर्वजों को मोक्ष मिल जाता है और वे स्वर्ग चले जाते हैं. माना जाता है कि स्वयं विष्णु यहां पितृ देवता के रूप में मौजूद हैं, इसलिए इसे 'पितृ तीर्थ' भी कहा जाता है. देखें

सिंगापुर के हाई कमिश्नर टू इंडिया, साइमन वोंग ने अपनी पोस्ट में दो स्क्रीनशॉट भी साझा किए. पहला स्क्रीनशॉट इंडिगो की ओर से आया व्हाट्सऐप अलर्ट था, जिसमें फ्लाइट कैंसिल होने की जानकारी दी गई थी. दूसरा स्क्रीनशॉट शादी स्थल पर मौजूद मेहमानों द्वारा भेजा गया, जिसमें उन्हें वोंग का इंतजार करते हुए देखा जा सकता था.

इंडिगो की फ्लाइट्स के लगातार कैंसिल और घंटों की देरी के बीच यात्रियों का कहना है कि एयरपोर्ट पर स्थिति बेहद अव्यवस्थित रही. कई यात्रियों ने शिकायत की कि न तो समय पर कोई अनाउंसमेंट किया गया और न ही देरी की सही वजह बताई गई. मदद के लिए हेल्प डेस्क और बोर्डिंग गेट पर बार-बार गुहार लगाने के बावजूद उन्हें स्टाफ का कोई ठोस सहयोग नहीं मिला.

'रात को हमारे फ्लैट में दो लड़कियां आईं थीं...', लड़कों को भारी पड़ा दोस्तों को बुलाना, बताया किस्सा
बेंगलुरु की हाउसिंग सोसाइटी से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां पर दो बैचलर युवक पर उसके मकान मालिक ने 5000 का जुर्माना सिर्फ इसलिए लगा दिया क्योंकि उसके रूम पर दो लड़कियां रात में रुकी थीं.

Aaj 5 December 2025 का पंचांग (Aaj ka Panchang): 5 दिसंबर 2025, दिन- शुक्रवार, पौष मास, कृष्ण पक्ष, प्रतिपदा तिथि, रोहिणी नक्षत्र सुबह 11.46 बजे तक फिर मृगशिरा नक्षत्र, चंद्रमा- वृष राशि में रात 22.15 बजे तक फिर मिथुन में, सूर्य- वृश्चिक राशि में, अभिजित मुहूर्त- सुबह 11.51 बजे से दोपहर 12.33 बजे तक, राहुकाल- सुबह 10.54 बजे से दोपहर 12.12 बजे तक, दिशा शूल- पश्चिम.









