'NDA में कभी भी लौट सकते हैं नीतीश कुमार', रामदास अठावले का बड़ा दावा
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केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले शनिवार को बिहार में थे. इस दौरान उन्होंने दावा किया नीतीश कुमार कभी भी हमारे पास आ सकते हैं. वहीं उन्होंने विपक्षी दलों की मुंबई में होने वाली बैठक को लेकर कहा कि नीतीश कुमार को इस बैठक से दूर रहना चाहिए. वहीं उन्होंने विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA को लेकर कहा कि विपक्ष का एकजुट होना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है.
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने शनिवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार हमारे हैं. हमारे पास कभी भी आ सकते हैं. उनसे जब पूछा गया कि क्या वह नीतीश कुमार से मिलेंगे, इस पर उन्होंने कहा कि वे इस बार उनसे नहीं मिल सकता. वैसे बीजेपी कई बार खुले मंच से बोल चुकी है कि वह किसी भी हाल में अब नीतीश कुमार को साथ नहीं लेंगे.
वहीं उन्होंने विपक्षी गठबंधन पर कहा कि जो गठबंधन बना है, उसका नाम INDIA रखा है. एक जमाना था India is Indira इंदिरा कहा जाता था. उन्होंने कहा आगे कहा कि हमारा गठबंधन एनडीए है. विपक्ष हमारे खिलाफ एकजुट हो रहा है, जो उनका लोकतांत्रिक अधिकार है लेकिन लोकप्रियता के मामले में पीएम मोदी पहले स्थान पर हैं.
रामदास अठावले ने कहा,'हम उनकी (नीतीश) गैरमौजूदगी को महसूस करते हैं. उन्हें विपक्ष की मुंबई बैठक से दूर रहना चाहिए. जब वह अटलजी की सरकार में रेल मंत्री थे, तबसे हम साथ हैं. हम अब भी उनका सम्मान करते हैं. अगर उन्हें आरजेडी में जाना ही था, तो एनडीए में वापस क्यों आए? वह एनडीए में वापस आ गए. बिहार के लोग हमारे लोग हैं. नीतीश हम सभी के मित्र हैं. हमने उन्हें सीएम बनाया, जबकि उनकी पार्टी के पास विधानसभा में केवल 44 सीटें थीं.'
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बिहार में अन्य राज्यों की तुलना में एससी/एसटी समुदायों के खिलाफ अत्याचार के मामले ज्यादा हैं. मैं सीएम नीतीश कुमार से इस पर विशेष ध्यान देने का अनुरोध करता हूं."
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर विपक्ष संसद में हंगामा का सहारा ले रहा है. वे नहीं चाहते कि संसद में चर्चा हो. विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों का मणिपुर जाना अच्छा है. उन्हें वापस आने के बाद इस पर चर्चा करनी चाहिए. सरकार चर्चा के लिए तैयार है.
रामदास अठावले ने कहा कि क्या विपक्षी दलों की एक टीम पश्चिम बंगाल और बिहार में आएगी. क्या विपक्ष की टीम को उन सभी जगहों पर जाना चाहिए, जहां महिलाओं का अपमान किया जाता है. उन्हें राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार और अन्य स्थानों का दौरा करने पर विचार करना चाहिए. पीएम मोदी ने सबका साथ, सबका विश्वास का वादा किया है. बिहार अपना हक हासिल करके रहेगा.
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एग्जिट पोल में तीसरी बार मोदी सरकार के अनुमान जताए गए हैं. इंडिया टुडे एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में एनडीए को 361 से 401 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. पांच पॉइंट में समझिए वो सियासी फैक्टर जो एग्जिट पोल में पीएम मोदी की हैट्रिक की सीढ़ी बनते दिख रहे हैं.
दिल्ली में सियासी हलचल तेज हो गई है. राहुल गांधी कांग्रेस के मुख्यालय पहुंच चुके हैं और नीतीश कुमार पटना से दिल्ली आ रहे हैं. एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आए हैं, इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने 295 सीटों का अपना एग्जिट पोल दिया था. राहुल गांधी और नीतीश कुमार द्वारा दिल्ली में अपनी उपस्थिति और सियासी हलचल ने राजनीतिक दलों के बीच तनाव बढ़ा दिया है.
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने दावा किया कि बिहार में महागठबंधन 25 से ज्यादा सीटें हासिल करेगा. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने बेरोजगारी, भुखमरी, गरीबी, महंगाई से आजादी के लिए वोट किया है. उन्होंने यह भी कहा कि जनता का जनसैलाब तेजस्वी यादव के लिए प्यार दिखा रहा था. विरोधी दो दिन तक खुशफहमी में जी लें.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को लेकर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है. राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को प्रधानमंत्री मोदी का पोल बता दिया और उसे पूरी तरह से नकार दिया. राहुल गांधी ने दावा किया कि 'इंडिया गठबंधन' को 295 सीटें मिल रही हैं. सिद्धू मूसेवाला का गाने 295 जितनी हमारी सीटें आएंगी.
बैठक में खड़गे पार्टी उम्मीदवारों को 4 जून को काउंटिंग के दौरान एहतियात बरतने को लेकर दिशा निर्देश देंगे. मीटिंग में अध्यक्ष खड़गे के अलावा राहुल गांधी, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल भी मौजूद हैं. कांग्रेस ने यह बैठक ऐसे समय पर बुलाई है जब एक दिन पहले ही अंतिम दौर का मतदान पूरा होने के बाद एग्जिट पोल्स के नतीजे आए हैं.
देश में 543 लोकसभा सीटें हैं. इंडिया टुडे और एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, इस बार NDA को 361 से 401 सीटें मिल सकती हैं. जबकि INDIA ब्लॉक को 131 से 166 सीटें मिलने की उम्मीद है. पांच राज्य ऐसे हैं, जहां अनुमानों में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है. इनमें आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल का नाम शामिल है.