
MCD Election: दिल्ली मेट्रो और बसों की टाइमिंग में बदलाव, ट्रैफिक पुलिस ने भी जारी की एडवाइजरी
AajTak
Delhi Municipal Election 2022: एमसीडी चुनाव के दिन लोगों की सुविधाओं के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने दिल्ली मेट्रो सर्विस के टाइम में बदलाव किया तो वहीं, दिल्ली परिवहन निगम ने भी तड़के 3 बजे से ही बसों का संचालन शुरू कर दिया. इसके अलावा जाम से बचने के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने भी एडवाइजरी जारी की है.
Delhi MCD Elections 2022: देश की राजधानी दिल्ली में आज (रविवार), 4 दिसंबर को नगर निगम के चुनाव (MCD) के लिए वोट डाले जाने हैं. एमसीडी चुनाव के दिन लोगों की सुविधाओं के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने दिल्ली मेट्रो सर्विस के टाइम में बदलाव किया है.
डीएमआरसी के मुताबिक, चुनाव के दिन आज यानी रविवार, 4 दिसंबर को सभी लाइनों पर दिल्ली मेट्रो की सर्विस सुबह 4 बजे से शुरू कर दी गई. दिल्ली मेट्रो के मुताबिक, सुबह 4 बजे से सुबह 6 बजे तक हर आधे घंटे के अंतराल पर मेट्रो ट्रेन उपलब्ध रही जबकि सुबह 6 बजे के बाद सेवाएं बाकी रविवार की तरह सामान्य रूप से जारी रहेंगी. बता दें कि दिल्ली एमसीडी चुनाव के लिए सुबह 8 बजे से शाम 5.30 बजे तक वोटिंग होगी.
DMRC ने एमसीडी चुनाव के दिन मेट्रो की सभी लाइनों पर 4 बजे से ही यात्री सेवा शुरू करने का फैसला इसलिए लिया क्योंकिं पोलिंग बूथों पर ड्यूटी के लिए तैनात कर्मचारियों को अपने ड्यूटी स्थल तक पहुंचने के लिए सुबह 4 बजे भी घरों से निकलना था. वहीं, दिल्ली परिवहन निगम ने भी तड़के 3 बजे से ही बसों का संचालन शुरू कर दिया. वहीं, जाम से बचने के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने भी एडवाइजरी जारी की है.
Traffic Alert! Traffic Congestion is expected on the following roads due to marriage season & MCD election. Please plan your commute accordingly.#DelhiPoliceUpdates pic.twitter.com/6O6TQl1OY8
इसके अलावा दिल्ली के स्कूल 5 दिसंबर को भी बंद रहेंगे. दरअसल, शिक्षा निदेशालय के सर्कुलर में कहा गया है कि लगभग 90 प्रतिशत स्कूल कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में तैनात रहेंगे, इसलिए सभी एमसीडी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को पांच दिसंबर को भी विद्यार्थियों के लिए स्कूल बंद करने का निर्देश दिया जाता है. हालांकि, जिन शिक्षकों की चुनाव में ड्यूटी नहीं लगी वो 5 दिसंबर को ऑनलाइन क्लास लेंगे.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







