
Lata Mangeshkar: हीरों की शौकीन रहीं लता मंगेशकर, निधन के बाद फेवरेट इयररिंग्स का क्या होगा?
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लता मंगेशकर के दुनिया से जाने के बाद उनके परिवार और चाहनेवालों के बीच मायूसी छाई हुई है. ऐसे में उनसे जुड़े एक सूत्र ने बताया है लता मंगेशकर का परिवार उनकी फेवरेट जूलरी का ध्यान कैसे रखने वाला है.
लाखों दिनों पर राज करने वाली सुरों की मल्लिका लता मंगेशकर ने दुनिया को अलविदा कह दिया. 92 वर्ष की लता मंगेशकर ने 6 फरवरी को अपनी आखिरी सांस ली. अपने आवाज के जादू से देश और दुनिया में पहचान बनाने वाली लता मंगेशकर को हीरे-जवाहरातों से काफी प्यार था. इतना ही नहीं लता दीदी के पेडर रोड स्थित घर में उनका एक स्पेशल लाकर हुआ करता था, जिसमें वह अपनी सभी सिग्नेचर जूलरी रखा करती थीं.

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शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.










