
Kuno National Park में इसी माह साउथ अफ्रीका से 12 चीते लाने की तैयारी, नए बाड़े तैयार
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Kuno National Park: कूनो नेशनल पार्क में इसी माह दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते लाने की तैयारी है. अफ्रीकी मेहमानों के लिए पार्क में 8 नए बाड़े तैयार किए जा रहे हैं. एमओयू मंजूर होने के बाद दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा (Cyril Ramaphosa) के हस्ताक्षर होने बाकी हैं.
MP News: श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से 8 चीते आने के बाद दक्षिण अफ्रीका से भी 12 चीते इसी दिसंबर माह में लाने की तैयारी है. दक्षिण अफ्रीका की वन और पर्यावरण विभाग के मंत्री बारबरा क्रीसी (Barbara Creasy) ने प्रोजेक्ट चीता के लिए भारत के साथ एमओयू को मंजूरी दे दी है. पेपर अब राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा (Cyril Ramaphosa) के पास हैं. जानकार बता रहे हैं कि राष्ट्रपति भवन से अगले कुछ ही दिनों में स्वीकृति मिलने की उम्मीद है.
दरअसल, भारत की सरजमीं पर नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से एक साथ चीता लाकर बसाए जाने थे. चीतों के चयन से लेकर इनको क्वारंटीन करने तक की तैयारी नामीबिया के साथ ही दक्षिण अफ्रीका में भी उसी समय ही पूरी कर ली गई थी, लेकिन दक्षिण अफ्रीका से चीता लाने का एमओयू साइन नहीं हो पाया. नतीजा नामीबिया से 8 चीते आ गए और भारत लाने के लिए दक्षिण अफ्रीका में चिन्हित किए गए 12 चीते क्वारंटीन बाड़ों में ही बंद बने रहे, जिन्हें क्वारंटीन बाड़ों में बंद हुए अब करीब साढ़े तीन माह का समय हो गया है.
इधर, इस बीच नामीबिया से कूनो नेशनल पार्क लाए गए सभी 8 चीते बड़े बाड़ों में शिफ्ट हो गए हैं, जहां वह शिकार करते हुए खुद को अच्छे से ढाल चुके हैं. यही वजह है कि एक बार फिर से दक्षिण अफ्रीका से चीता लाने की प्रक्रिया तेज हो गई है.
दक्षिण अफ्रीका का रुख भी नामीबियाई चीतों की सर्वाइव क्षमता को देखने के बाद सकारात्मक हुआ है और अभी बीते रोज दक्षिण अफ्रीका के वानिकी और पर्यावरण विभाग के मंत्री बारबरा क्रीसी ने प्रोजेक्ट चीता के लिए भारत के साथ एमओयू को मंजूरी दे दी है. अब राष्ट्रपति के हस्ताक्षर भर होना बाकी है.
एक्सपर्टस का कहना है कि राष्ट्रपति के साइन होने के बाद चीतों को भारत लाने में 7 दिन से अधिक का समय नहीं लगेगा. ऐसा इसलिए कि शेष सभी तैयारियां पूरी हैं.
2 अनफिट हुए तो 2 दूसरे चीतों का हुआ चयन

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