Israel Hamas ceasefire: कतर मिडिलमैन, अमेरिकी प्रेशर और जिनपिंग की डिप्लोमेसी... दुश्मन हमास की शर्तें मानने को ऐसे ही तैयार नहीं हुआ इजरायल?
AajTak
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपने रुख में किसी किस्म की नरमी का संकेत दुनिया को नहीं देना चाहते थे. नेतन्याहू हमेशा से यही कहते रहे कि वे अपने सभी 240 बंधकों की रिहाई चाहते हैं न कि कुछ चुनिंदा लोगों की. इसके अलावा वे यह भी कह रहे हैं कि वे हमास का खात्मा चाहते हैं. यही वजह है कि सीजफायर के बावजूद नेतन्याहू कह रहे हैं कि जंग को बंद समझना बकवास है.
गाजा में अंतहीन इजरायली बमबारी, अस्पतालों पर रॉकेट से हमला और फिलिस्तिनियों की मौतों के बढ़ते आंकड़ों के बीच इस सीजफायर का इंतजार सभी को था. गाजा की ओर से कई पेशकश हुए लेकिन इजरायल शर्तों पर राजी नहीं हो रहा था. जिन शर्तों पर इजरायल राजी था वो बातें हमास को मंजूर नहीं थी. लिहाजा इजरायल-हमास युद्ध में 4 दिन के इस युद्धविराम से दुनिया भर के दिग्गज नेताओं ने राहत की सांस ली है.
इस युद्धविराम के महत्व को इसी से समझा जा सकता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने स्वयं इजरायली प्रधानमंत्री को इसके लिए थैंक्यू कहा है. इसके अलावा बाइडेन ने कतर के राष्ट्राध्य्क्ष और मिस्र के राष्ट्रपति को भी शुक्रिया कहा है.
7 अक्टूबर 2023 को जब हमास के आतंकियों ने इजरायल पर अभूतपूर्व हमला किया तो एकबारगी दुनिया सन्न रह गई. अपने सुपर हाईटेक सिक्योरिटी तंत्र के प्रसिद्ध इजरायल पर ऐसा हमला दुनिया ने न तो देखा था न सुना था. इस हमले से बौखलाये इजरायल ने कुछ ही घंटों में अपने तोपों का मुंह हमास के नियंत्रण में मौजूद गाजा पर कर दिया और बमों की बौछार कर दी.
इजरायल के हमले ने गाजा में बेशुमार तबाही बरपाई. फिलिस्तीन के 10 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. तभी इस जंग को रोकने के लिए पश्चिम एशिया के देश कतर में कूटनीतिक कोशिशें हो रही थी. अमेरिका से मिले मदद के दम पर कतर इस जंग में मध्यस्थ का रोल निभा रहा था और इजरायल और हमास को बातचीत की टेबल पर लाने की कोशिश कर रहा था.
The State of Qatar announces that a humanitarian pause has been agreed in Gaza#MOFAQatar pic.twitter.com/5qqjSjvt4X
बता दें कि हमास का राजनीतिक नेतृ्त्व कई महीनों से दोहा को अपना बेस बना चुका है. हमास चीफ इस्माइल हनियेह लंबे समय से दोहा में रह रहे हैं. जबकि हमास का मिलिट्री चीफ याह्या सिनवर इस वक्त छिपकर इजरायल पर हमले की प्लानिंग करता रहता है. याह्या सिनवर को इजरायल अपना कट्टर दुश्मन समझता है और उसे 'खान यूनिस का कसाई' बुलाता है.
कोलकाता में एक प्राइवेट लॉ कॉलेज की महिला टीचर ने हिजाब पहनकर आने से रोके जाने पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसको लेकर जब कॉलेज में बवाल हुआ तो प्रबंधन ने कहा कि ऐसा मिस कम्यूनिकेशन की वजह से हुआ. वहीं महिला टीचर ने कहा कि ऐसा करने से रोके जाने पर उनकी धार्मिक भावना आहत हुई हैं जिसके बाद पांच जून को उन्होंने इस्तीफा दे दिया था.
Apple WWDC 2024: Apple ने सोमवार की रात iOS 18, WatchOS 11 के साथ Apple Intelligence को भी पेश किया है. Apple Intelligence की मदद से कंपनी ने AI की दुनिया में एंट्री कर दी है, जिसकी मदद से यूजर्स को ढेरों नए फीचर्स देखने को मिलेंगे. इसमें यूजर्स की प्राइवेसी का भी ध्यान रखा है और यूजर्स के डेटा को स्टोर नहीं किया जाएगा.
असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट में बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री नियुक्त किया गया है. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के नेता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) मंत्रालय का प्रभार दिया गया है.
मोदी कैबिनेट के विभागों का बंटवारा हो गया है. इस मंत्रिमंडल में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, जयशंकर वही मंत्रालय संभालेंगे जो अब तक संभालते आ रहे थे. मंत्रिमंडल को देखकर ऐसा लगता है कि इसमें बॉस मोदी ही हैं और वो सहयोगी दलों के किसी भी प्रकार के दबाव में नहीं आए. देखें ब्लैक एंड वाइट.