India on Pakistan Political Crisis: पड़ोसी देश में सियासी हलचल से हिंदुस्तान को सावधान रहने की जरुरत? देखें हल्ला बोल
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इमरान खान की सिफारिश पर आज राष्ट्रपति ने नेशनल असेंबली को भंग कर दिया है तो एकजुट विपक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई. पूरे पाकिस्तान की नजर इस वक्त पाक सुप्रीम कोर्ट की ओर टिक गई है जहां माना जा रहा है कि आज ही विपक्ष की मांग पर कोई बड़ा फैसला आ सकता है. आज दिन में पाक संसद के डिप्टी स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने का फैसला सुनाकर हर किसी को हक्काबक्का कर दिया. हालांकि, बाद में विपक्ष ने संसद में जमकर प्रदर्शन किया और खुद से ही इमरान खान के खिलाफ वोटिंग कर दी. हैरानी की बात ये है कि इस पूरे मामले से सेना ने पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि उनका इस सियासी हलचल से कोई लेनादेना नहीं है. कुल मिलाकर इस वक्त पाकिस्तान में लोकतंत्र के साथ जबरदस्त मजाक चल रहा है लेकिन एक बड़ा सवाल ये भी है कि क्या अस्थिर पाकिस्तान से भारत को सतर्क रहने की जरुरत है? देखें हल्ला बोल का ये एपिसोड.
येदियुरप्पा पर यौन अपराध से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 354 A (यौन उत्पीड़न) के तहत मामला दर्ज किया गया था. यह मामला 17 वर्षीय लड़की की मां की शिकायत पर दर्ज किया गया था, जिसने आरोप लगाया था कि इस साल 2 फरवरी को एक मीटिंग के दौरान येदियुरप्पा ने उसकी बेटी का यौन उत्पीड़न किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वार्षिक जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने इटली जाएंगे. इस समिट में शामिल होने के लिए भारत को एक आउटरीच देश के रुप में आमंत्रित किया गया है. मोदी 3.0 में प्रधानमंत्री मोदी का ये पहला विदेश दौरा है. मोदी के इटली पहुंचने से पहले खालिस्तानियों की नापाक हरकत भी सामने आ गई है. देखिए रणभूमि...
G7 में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, जर्मनी, कनाडा और जापान शामिल हैं. इटली वर्तमान में G7 (सात देशों का समूह) की अध्यक्षता संभाल रहा है और शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. जी-7 सदस्य देश वर्तमान में वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 45% और दुनिया की 10% से अधिक आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं. अपनी परंपरा के अनुरूप अध्यक्षता करने वाले मेजबान देश द्वारा कई देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों को शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया जाता है.