
ICC Champions Trophy 2024: पाकिस्तान के लिए कल बड़ा दिन... चैम्पियंस ट्रॉफी की मेजबानी छिनेगी या नहीं? हो जाएगा फैसला
AajTak
चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 के शेड्यूल और वेन्यू जैसे तमाम मुद्दों को लेकर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) अपना फाइनल फैसला कल (5 दिसंबर) कर लेगी. BCCI ने भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया है. दूसरी ओर पाकिस्तान ने हाइब्रिड मॉडल रिजेक्ट कर दिया है. अब देखना होगा क्या फैसला होता है...
ICC Champions Trophy 2024: पाकिस्तान क्रिकेट के लिए कल (5 दिसंबर) का दिन काफी खास होने वाला है. इसी दिन फैसला हो जाएगा कि चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 पाकिस्तान में होगी या फिर नहीं. इस टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल के तहत भी कराया जा सकता है. यह सभी मामले गुरुवार को ही क्लियर हो जाएंगे.
दरअसल, चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 अगले साल के शुरुआत में पाकिस्तान की मेजबानी में ही होनी है. मगर टूर्नामेंट के शेड्यूल और वेन्यू को लेकर अब तक कुछ साफ नहीं हो पाया है. BCCI ने भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया है. ऐसे में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) हाइब्रिड मॉडल को लेकर विचार कर रहा है.
गुरुवार को आ सकता है फाइनल फैसला
मगर दूसरी ओर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने भारत और ICC को तगड़ा झटका दिया है. पीसीबी ने हाइब्रिड मॉडल रिजेक्ट कर दिया है. यानी भारत जो अपने मैच पाकिस्तान से बाहर खेलने वाला था उसे मानने से PCB ने इनकार कर दिया है.
पीसीबी ने ICC से यह भी मांग की है कि यदि चैम्पियंस ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल के तहत कराया जाता है, तो फिर पाकिस्तान आगे किसी भी ICC टूर्नामेंट के मैच भारत में नहीं खेलेगा.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.









