
Hanuman Jayanti Wishes: हनुमान जयंती पर अपनों को दें बधाई, भेजें ये शुभकामनाएं संदेश
AajTak
Happy Hanuman Jayanti: देशभर में आज, 11 अप्रैल 2025 को हनुमान जयंती मनाई जा रही है. श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी ज्ञान, बुद्धि, विद्या और बल का प्रतीक माने जाते हैं. बजरंगबली के जन्मोत्सव के खास मौके पर अपने दोस्तों और करीबियों को हनुमान जी की भक्ति से भरे शुभकामना संदेश भेज सकते हैं.
Hanuman Jayanti 2025 Wishes in Hindi: हनुमान जयंती चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाई जाती है. हनुमान जयंती को बजरंगबली के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. इस बार चैत्र पूर्णिमा 12 अप्रैल को मनाई जा रही है. बजरंगबली के जन्मोत्सव के मौके पर आप अपने दोस्तों-करीबियों को सोशल मीडिया के जरिए हनुमान जी की भक्ति से लीन शुभकामना संदेश भेज सकते हैं.
> करते तुम भक्तों के सपने पूरे मां अंजनी के तुम हो राजदुलारे राम-सीता को लगते सबसे प्यारे.Happy Hanuman Jayanti!
>संकट मोचन नाम तिहारो, संकट हरो हनुमान प्यारे. बजरंगबली की कृपा आप पर सदैव बनी रहे.हनुमान जयंती 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं!
>रामदूत अतुलित बलधामा रामदूत अतुलित बलधामा, अंजनीपुत्र पवनसुत नामा. हनुमान जी की कृपा से आपका जीवन बल, बुद्धि और भक्ति से भर जाए.हनुमान जयंती 2025 की मंगलमय शुभकामनाएं!

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.










