
Gilbert Jessop: मिनटों में शतक जड़ देता था गुजरे जमाने का ये हिटर, आंकड़े जानकर रह जाएंगे दंग
AajTak
क्रिकेट जगत ऐसे खिलाड़ियों की कमी नहीं रही है जिन्होंने अपनी तगड़ी हिटिंग से गेंदबाजों को परेशान किया. इसी कड़ी में गुजरे जमाने के एक ऐसे हिटर का नाम जेहन में आता है, जिसके कारनामे आज भी रोमांचित करते हैं. इस हिटर का नाम गिलबर्ट जेसप था, जो इंग्लैंड के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेला करते थे.
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मौजूदा सीजन में चौके-छक्कों की बरसात हो रही है. फाफ डु प्लेसिस, हेनरिक क्लासेन, सूर्यकुमार यादव जैसे हिटर्स ने अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से बवंडर मचाया हुआ है. देखा जाए तो क्रिकेट की दुनिया में पहले भी कई ऐसे तगड़े हिटर हुए, जिन्होंने मैदान पर अपने प्रहारों से खूब वाहवाही लूटी. वीरेंद्र सहवाग, विवियन रिचर्ड्स को कौन भूल सकता है जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी से गेंदबाजों के पसीने छुड़ा दिए थे.
इसी कड़ी में गुजरे जमाने के एक ऐसे हिटर का नाम भी जेहन में आता है, जिनके कारनामे आज भी रोमांचित करते हैं. इस हिटर का नाम गिलबर्ट जेसप था, जिन्होंने साल 1894 से लेकर 1914 के विश्व युद्ध की शुरुआत तक 493 फर्स्ट क्लास मैचों के करियर के दौरान अपनी हैरतअंगेज बल्लेबाजी से कई बार चौंकाया. अजीबोगरीब स्टांस के साथ पिच पर बल्ला पकड़ने वाले जेसप का जन्म आज ही (19 मई) के दिन 1874 में हुआ था.
क्लिक करें- टीम इंडिया का लकी चार्म है ये प्लेयर, मगर IPL में हुआ 'बेड़ा गर्क'
गिलबर्ट जेसप ने 20 साल की उम्र में ग्लॉस्टरशायर के लिए शुरुआत की. वह उस वक्त बल्लेबाजी के लिए उतरे थे, जब गेंदबाज हैट्रिक पर था, लेकिन उन्होंने चौका जड़कर अपने इरादे जाहिर कर दिए. इतना ही नहीं, अपनी डेब्यू पारी के उस पहले ओवर में उन्होंने एक और चौका लगाकर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा.
12 शतक 60 मिनट के अंदर बनाए...
पांच फुट सात इंच लंबे गिलबर्ट जेसप ने फर्स्ट क्लास मैचों में 26698 रन बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से 53 शतक निकले थे, जो प्रति घंटे लगभग 83 रनों की अविश्वसनीय औसत से बने. इनमें से 12 शतक तो ऐसे रहे, जिसे उन्होंने 60 मिनट के अंदर बना दिया था. जेसप ने 1897 में यॉर्कशायर के खिलाफ 40 मिनट में शतक जड़ दिया था, जो उनका सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड रहा. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में आज भी उनका यह शतक सबसे तेज (सबसे कम मिनट में) के मामले में संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर है.

Matthew Hayden nude bet saved by Joe Root: ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच ब्रिस्बेन के गाबा में इंग्लैंड के दिग्गज जो रूट ने शतक जड़ा. इस शतक के बाद अब मैथ्यू हेडन चर्चा में आ गए हैं, जिन्होंने कहा था कि अगर रूट एशेज सीरीज 2025-26 में एक भी शतक नहीं जड़ते हैं तो वो MCG (मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में) न्यूड होकर दौड़ेंगे. लेकिन अब हेडन राहत की सांस ले रहे हैं, क्योंकि...

विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रायपुर में अपनी 53वीं वनडे शतकीय पारी खेली, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके. उनके इस प्रदर्शन पर पूर्व भारतीय बल्लेबाज मोहम्मद कैफ ने X पर लिखा, 'Without Kohli ODI cricket is nothing.. pure vintage!', जिसे बाद में उन्होंने बदल दिया- 'Without Kohli cricket is nothing..'.

रायपुर वनडे में भारत ने कोहली और गायकवाड़ के शानदार शतकों की बदौलत 358 रन बनाए, लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने 359 का पीछा ऐसे किया जैसे यह कोई बड़ा लक्ष्य था ही नहीं. भारतीय गेंदबाजी पूरे मैच में बेजान दिखी- न रफ्तार, न धार, न कोई ऐसा स्पेल जो मैच पलटता. फील्डिंग भी साथ नहीं दे पाई... कैच छूटे, मौके बिखरे और दबाव बनाने का हर प्रयास नाकाम रहा. बुमराह, सिराज और शमी की कमी साफ झलकी.

IND vs SA: टॉस गंवाना, खराब फील्डिंग... रायपुर वनडे में कहां चूक गई टीम इंडिया? ये रहे हार के 5 कारण
भारतीय टीम का प्रदर्शन रायपुर वनडे में उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा. भारतीय टीम की बल्लेबाजी कुछ हद तक सही रही, लेकिन गेंदबाजी और फील्डिंग का स्तर औसत दिखा. भारतीय टीम के लिए इस मैच में विराट कोहली और ऋतुराज गायकवाड़ ने शतकीय पारियां खेली थीं, जो काम ना आईं.

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 9 दिसंबर से कटक में 5 मैचों की टी20 सीरीज की शुरुआत हो रही है. इसी सीरीज के लिए भारतीय टीम में 14 सदस्यीय मेंबर्स की घोषणा हुई. जिसमें रिंकू सिंह और नीतीश रेड्डी का नाम नदारद रहा. ऋषभ पंत का नाम भी टीम में नहीं रहा. हार्दिक पंड्या की वापसी हुई. शुभमन गिल उप-कप्तान होंगे. आइए देखते हैं भारत के इस स्क्वॉड का कॉम्बिनेशन कैसा है.

Cricketer Mohit Sharma Retires: टी20 स्पेशलिस्ट मोहित शर्मा ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. 37 वर्षीय मोहित शर्मा ने 3 दिसंबर को रिटायरमेंट का ऐलान किया. दिल्ली कैपिटल्स और चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलने वाले इस पूर्व गेंदबाज ने टी20 क्रिकेट में डेथ ओवरों के विशेषज्ञ के रूप में खास पहचान बनाई थी.







