Fee Hikes Issue: विरोध प्रदर्शन के बाद छात्रों को बड़ी राहत! 30% कम होगी IIT Delhi की फीस
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Fees Hike Issue in IIT Delhi: छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद आईआईटी दिल्ली ने नए बैच की फीस में कटौती करने का फैसला लिया है. संस्थान ने एक बयान जारी कर कहा कि दूसरा सेमेस्टर 2021-22 या उसके बाद में शामिल होने वाले छात्रों के लिए फीस में 30 प्रतिशत तक कटौती की जाएगी.
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली, (IIT Delhi) में फीस बढ़ोतरी पर विरोध प्रदर्शन के बाद संस्थान बड़ा फैसला लिया है. एम.टेक के नए बैच के छात्रों की 30 प्रतिशत ट्यूशन फीस कम की जाएगी. हाल ही में आईआईटी-दिल्ली में फीस बढ़ाने पर छात्रों ने साइलेंट प्रोटेस्ट किया था जिसमें स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई), आईआईटी दिल्ली स्टूडेंट्स कलेक्टिव, आईआईटी-बॉम्बे और आईआईटी-दिल्ली के अंबेडकर पेरियार फुले स्टडी सर्कल (एपीपीएससी) के साथ, अन्य छात्र निकाय शामिल हुए थे और मौन विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे.
25000 रुपये से इतनी कम हुई फीस एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, विरोध प्रदर्शन के बाद संस्थान ने फीस में कटौती करने का फैसला लिया है. कैंपस में छात्रों द्वारा मौन विरोध प्रदर्शन के बाद एक बयान जारी कर कहा, "दूसरा सेमेस्टर 2021-22 या उसके बाद में शामिल होने वालों के लिए फीस कम कर दी गई है. ट्यूशन फीस और बाकी फीस भी काफी कम कर दी गई हैं. एम.टेक फूल टाइम ट्यूशन फीस 25,000 रुपये प्रति सेमेस्टर से घटाकर 17,500 प्रति रुपये प्रति सेमेस्टर कर दी गई है."
एम.टेक. के साथ पीजी छात्रों को भी राहत आईआईटी दिल्ली ने एमटेक के अलावा पोस्टग्रेजुएशन प्रोग्राम कोर्स की फीस भी कर करने का फैसला किया है. उन्होंने अपने बयान में आगे कहा कि अन्य पोस्ट ग्रेजुएशन (पीजी) प्रोग्राम की ट्यूशन फीस कम कर दी गई है और फीस के अन्य चीजों में भी कटौती की गई है. अलग-अलग कोर्स के छात्र शुक्रवार को IIT परिसर में विंड टी कॉरिडोर पर एकत्र हुए थे, पोस्टर और तख्तियों के साथ फीस बढ़ोतरी को स्वीकार करने से इनकार कर रहे थे.
बता दें कि छात्रों के साथ विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने कहा कि संस्थान में एम.टेक प्रोग्राम में नए छात्रों से अपेक्षा की जा रही है कि वे पिछले बैच के मुकाबले 100 प्रतिशत ज्यादा फीस जमा करें. पहले जो 26,450 रुपये फीस थी (छात्रावास शुल्क, मेस बिल और अन्य को छोड़कर) शुल्क) अब 53,100 रुपये हो गई है. प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि वे पहले से ही कोविड-19 के बाद के तनाव और महंगाई से जूझ रहे हैं.