Exclusive: सैटेलाइट इमेज में दिखी चीन की करतूत, डेपसांग में मेन पोस्ट के पास डेरा डाला
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कुछ सैटेलाइट इमेज सामने आई है जिसमें पता चल रहा है कि डेपसांग इलाके में चीन की तरफ से निर्माण किया गया है. सिंथेटिक एपर्चर रडार (SAR) ने स्थायी चीनी पोस्ट की नाइट इमेज ली है.
पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग लेक क्षेत्र में भारत और चीन के बीच डिसएंगेजमेंट पर सहमति बनी है. जिसके बाद टकराव वाले क्षेत्र से सेना की तैनाती हटाई जा रही है. इस बीच कुछ सैटेलाइट इमेज सामने आई हैं जिनसे पता चल रहा है कि डेपसांग इलाके में चीन की तरफ से निर्माण किया गया है. सिंथेटिक एपर्चर रडार (SAR) ने स्थायी चीनी पोस्ट की नाइट इमेज ली है. इसमें लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पास बने चीनी निर्माण की झलक दिखाई दी है. लद्दाख में दुनिया की सबसे उंची एएलजी यानि एडवांस लैंडिंग ग्राउंड दौलत बेग ओल्डी यानी डीबीओ से 24 किलोमीटर दूर एक चीनी पोस्ट है. यह पोस्ट अक्साई चिन इलाके में पड़ता है. 1962 के युद्ध के बाद यह पोस्ट बनाई गई थी. पिछले कुछ सालों में लगातार यहां पर कुछ न कुछ अपग्रेड हुआ है.करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.
लोकसभा चुनाव के आखिरी फेज में प्रचार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. इस बार वे कन्याकुमारी में आध्यात्मिक प्रवास पर हैं. पीएम मोदी 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. स्वामी विवेकानन्द ने भी यहीं तप किया था. पीएम ने 2019 में केदारनाथ, 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ में ध्यान लगाया था.