
CGPSC: छत्तीसगढ़ पब्लिक सर्विस कमीशन ने निकाली बहाली, 238 पोस्ट पर होगी भर्ती
AajTak
छत्तीसगढ़ पब्लिक सर्विस कमीशन ने 17 अलग-अलग प्रशासनिक पदों पर स्टेट सर्विस कमिशन से बहाली निकाली है. इसके तहत कुल 238 रिक्तियां भरी जाएंगी. इस भर्ती को लेकर डिटेल जानकारी ऑफिशियल वेबसाइट पर उपलब्ध है.
छत्तीसगढ़ पब्लिक सर्विस कमीशन (CGPSC) ने ऑफिशियली स्टेट सर्विस एग्जामिनेशन (SSE) 2025 के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. इस रिक्रूटमेंट ड्राइव के ज़रिए, 17 अलग-अलग सरकारी डिपार्टमेंट में कुल 238 वैकेंसी भरी जाएंगी.
इस बहाली के जरिए स्टेट टैक्स ऑफिसर, डिस्ट्रिक्ट रजिस्ट्रार, असिस्टेंट डायरेक्टर और कई दूसरे एडमिनिस्ट्रेटिव रोल जैसे खास पदों पर भर्तियां होंगी.
इस दिन से शुरू होगा आवेदन नोटिफिकेशन के मुताबिक, ऑनलाइन एप्लीकेशन 1 दिसंबर, 2025 से शुरू होंगे और कैंडिडेट 30 दिसंबर, 2025 तक अप्लाई कर सकते हैं. एप्लीकेशन सिर्फ ऑफिशियल CGPSC वेबसाइट psc.cg.gov.in के जरिए ही एक्सेप्ट किए जाएंगे.कमीशन ने इच्छुक अभ्यर्थियों को सलाह दी है कि वे आखिरी समय में किसी भी टेक्निकल दिक्कत से बचने के लिए डेडलाइन से पहले एप्लीकेशन प्रोसेस पूरा कर लें.
22 फरवरी को होनी है परीक्षा प्रीलिम्स एग्जामिनेशन (Prelims) 22 फरवरी, 2026 को होना है, जो कैंडिडेट क्वालिफाई करेंगे, वे मेन एग्जामिनेशन के लिए शॉर्टलिस्ट किए जाएंगे. इसके बाद इंटरव्यू राउंड होगा. एलिजिबिलिटी, सिलेबस, एग्जाम स्ट्रक्चर और रिजर्वेशन नियमों के बारे में पूरी जानकारी CGPSC पोर्टल पर ऑफिशियल नोटिफिकेशन में दी गई है.
CGPSC स्टेट सर्विस एग्जामिनेशन छत्तीसगढ़ में सबसे ज़्यादा डिमांड वाली कॉम्पिटिटिव एग्जाम में से एक है, जो राज्य सरकार में अहम एडमिनिस्ट्रेटिव पदों पर काम करने के लिए मौका देता है.

Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.









