
Buxar: पत्नी की तलाश में पाकिस्तान पहुंच गया था शख्स, 3 साल यातनाएं झेलने के बाद लौटा वतन
AajTak
Bihar News: घर लौटने छवि ने पाकिस्तान की जेल में उसके साथ होने वाली ज्यादतियों के बारे में बताया. छवि ने बताया कि पाकिस्तान में जब भी उससे पूछताछ की जाती थी तो उसे मारा जाता था.
Bihar News: बिहार के बक्सर का रहने वाला एक शख्स तीन साल पाकिस्तान की जेल में यातनाएं झेलकर वतन वापस आ गया है. उसका नाम छवि है. मंदबुद्धि होने की वजह से वह अपनी पत्नी की तलाश में पाकिस्तान पहुंच गया था. अब उसके घर लौटने पर परिवार वाले खुशी मान रहे हैं. महिलाएं गीत गा रही हैं, तो पुरुष डीजे पर डांस कर रहे हैं.
पत्नी की तलाश में पाकिस्तान पहुंच जाने वाले ‘छवि’ का वहां की जेल में तीन साल रहना किसी खौफनाक कहानी से कम नहीं है. तीन साल पहले जब छवि को घरवालों से पता चलता है कि उसे बेटा हुआ है और उसकी पत्नी ससुराल में है. यह जानकार छवि की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और फिर वह अपनी पत्नी की तलाश में ससुराल जाने के लिए निकल पड़ता है. वह पहले दिल्ली, फिर राजस्थान के बॉर्डर भटकते-भटकते पाकिस्तान पहुंच जाता है.
घर लौटने पर छवि ने पाकिस्तान की जेल में उसके साथ होने वाली ज्यादतियों के बारे में बताया. छवि ने बताया कि पाकिस्तान में जब भी उससे पूछताछ की जाती थी तो उसे मारा जाता था. उसे खाने में सुबह-शाम बिरयानी दी जाती थी और दोपहर में चाय मिलती थी. बुरी तरह से मारा-पीटा भी जाता था.
छवि का कहना है कि पाकिस्तान पहुंचने के बाद उससे पूछा गया तो उसने कहा कि वो ससुराल आया है, फिर उसे खूब मारा गया. पूछा जाता था कि किस कारण से आए हो तो उसके यह करने पर कि पत्नी से मिलने आया हूं तो फिर बेरहमी से पिटाई की जाती थी.
पाकिस्तान में तीन साल की यातनाएं झेलने के बाद छवि अपने घर वापस लौटा है. ऐसे में, उसके घर में खुशी का माहौल है. सुबह से गीत गाए जा रहे हैं. जब पारंपरिक गीत समाप्त हो गए तो घरवालों ने डीजे पर जमकर डांस किया. गांव में उत्सव का माहौल है. लोग अपने-अपने तरीके से खुशी मना रहे हैं.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.










