
Britain: कोल्ड वॉर के दौर से मॉडर्न वर्ल्ड ऑर्डर तक... महारानी एलिजाबेथ के 70 साल के शासन में कितनी बदल गई दुनिया?
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साल 1952 में पिता के निधन के बाद गद्दी संभालने वाली एलिजाबेथ की उम्र महज 25 वर्ष थी. एलिजाबेथ ने अपने 21वें जन्मदिन पर कहा था कि वह अपनी पूरी जिंदगी ब्रिटेन और कॉमनवेल्थ देशों की सेवा के लिए समर्पित रहेगी. एलिजाबेथ का जीवन बहुत सारे उतार-चढ़ावों से भरा हुआ रहा. वह अपने जीवनकाल में द्वितीय विश्वयुद्ध से लेकर विंडसर पैलेस में आग लगने जैसे कई घटनाओं की गवाह रहीं.
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने ब्रिटेन के इतिहास में सबसे लंबे समय तक राज किया. 21 अप्रैल 1926 को लंदन में जन्मी एलिजाबेथ किंग जॉर्ज षष्ठम की सबसे बड़ी बेटी थीं. साल 1952 में पिता के निधन के बाद गद्दी संभालने वाली एलिजाबेथ की उम्र महज 25 वर्ष थी. एलिजाबेथ ने अपने 21वें जन्मदिन पर कहा था कि वह अपनी पूरी जिंदगी ब्रिटेन और कॉमनवेल्थ देशों की सेवा के लिए समर्पित करेंगी. एलिजाबेथ का जीवन बहुत सारे उतार-चढ़ावों से भरा हुआ रहा. वह अपने जीवनकाल में द्वितीय विश्वयुद्ध से लेकर विंडसर पैलेस में आग लगने जैसे कई घटनाओं की गवाह रहीं. 70 सालों तक ब्रिटेन पर राज करने वाली एलिजाबेथ की किस्मत में इस शाही गद्दी का आना भी एक योग ही था.
साल 1926 में जन्मी एलिजाबेथ को घर में सब प्यार से लिलीबैट कहकर बुलाते थे. एलिजाबेथ और उनकी छोटी बहन मार्गरेट की शिक्षा घर पर ही हुई. इसके बावजूद वह कई भाषाएं जानती थीं. उन्हें विशेष रूप से इतिहास में गहरी रुचि थी. हालांकि, उस समय राजघरानों के बच्चों की शिक्षा घर पर हुआ करती थी, स्कूल जाकर पढ़ाई करने का कोई चलन नहीं था. एलिजाबेथ बचपन से समझदार और जिम्मेदारियों को समझने वाली रहीं. वहीं, दूसरी तरफ उनकी बहन मार्गरेट बेफिक्र और आत्मकेंद्रित थी. एलिजाबेथ एक आम इंसान की तरह जिंदगी जीना पसंद करती थीं.
उन्होंने एक बार बचपन में कहा था कि वह शाही शानो-शौकत से दूर एक आम जीवन जीना चाहती हैं. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. इस बीच 1939 में उनकी जिंदगी में प्रिंस फिलिप आए. उस समय एलिजाबेथ महज 13 साल की थीं. एलिजाबेथ अपनी मां के साथ डार्टमथ के रॉयल नेवल कॉलेज गईं, जहां उन्हें पहली बार अहसास हुआ कि वह प्रिंस फिलिप को चाहने लगी हैं. हालांकि, दोनों की मुलाकातें पहले भी कई बार हो चुकी थीं. इस मुलाकात के बाद दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा लेकिन तभी द्वितीय विश्वयुद्ध अपने चरम पर पहुंच चुका था और नौसेना में होने की वजह से प्रिंस फिलिप को युद्ध में जाना पड़ा. दोनों के बीच पत्रों के माध्यम से बातचीत जारी रही. इसके बाद 1947 में दोनों ने शादी कर ली. उस समय एलिजाबेथ की उम्र 21 साल थी.
एलिजाबेथ की किस्मत में था राजयोग
जब एलिजाबेथ का जन्म हुआ, उस समय उनके दादा किंग जॉर्ज पंचम ब्रिटेन की गद्दी संभाल रहे थे. किंग जॉर्ज पंचम की पांच संतानें थीं, जिनमें उनके सबसे बड़े बेटे एडवर्ड गद्दी के वारिस थे जबकि एलिजाबेथ के पिता जॉर्ज षष्ठम सिंहासन की रेस में दूसरे नंबर पर थे. किंग जॉर्ज पंचम के निधन के बाद एलिजाबेथ के चाचा एडवर्ड को राजा घोषित किया गया. वह किंग एडवर्ड अष्ठम के नाम से जाने गए लेकिन उस समय अमेरिकी नागरिक और सोशलाइट वैलिस सिंपसन से प्यार करने वाले एडवर्ड ने प्यार के लिए गद्दी छोड़ दी. इसकी वजह थी कि वैलिस तलाकशुदा थीं, उस समय ब्रिटेन में इस बात का काफी विरोध भी हुआ था.
एलिजाबेथ के चाचा ने जिस समय गद्दी छोड़ी, उस समय एलिजाबेथ की उम्र 10 साल थी. किंग एडवर्ड अष्ठम के गद्दी छोड़ने पर एलिजाबेथ के पिता किंग जॉर्ज षष्ठम गद्दी पर बैठे और पिता की मौत के बाद एलिजाबेथ बनीं ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय.

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