
'BJP की विचारधारा में भीतर तक समायी है हिंसा, बस लोगों को धमकाना जानती है', राहुल का पीएम पर हमला
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वायनाड के कालपेट्टा में 24 जून को राहुल गांधी के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए उनके दफ्तर में वामपंथी कार्यकर्ताओं ने जमकर तोड़फोड़ की थी. कांग्रेस ने घटना के पीछे स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया को जिम्मेदार ठहराया था. इस हमले के बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने अपराधियों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को केरल के वायनाड पहुंचे. यहां उन्होंने मनांथावडी में एक किसान बैंक के भवन का उद्घाटन किया. सुल्तान बाथेरी में यूडीएफ बहुजन संगमम में भी शामिल हुए.
इस दौरान उन्होंने अपने संसदीय कार्यालय में 24 जून को हुई तोड़ फोड़ का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी और सीपीआई (एम) हिंसा में विश्वास रखते हैं. उनकी विचारधारा में हिंसा भीतर तक समायी हुई है. वह ऐसा सोचते हैं कि हिंसा करके, धमकी देकर लोगों का व्यवहार बदलना चाहती है.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से पीएम नरेंद्र मोदी सोचते हैं कि पांच दिन तक ईडी के सामने पेश कराकर वह मुझे डरा देंगे लेकिन यह उनकी गलतफहमी है. उसी तरह सीपीआई (एम) यह सोचती है कि वह मेरा ऑफिस तोड़कर मेरा मुझे डरा देगी.
बच्चे हैं सीपीआई(एम) के लोग
राहुल गांधी ने कहा कि भले ही यह कार्यालय मेरा है लेकिन मुझसे पहले यह वायनाड के लोगों का कार्यालय है. वहां जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है. हिंसा से कभी समस्या का समाधान नहीं होता. ऐसा करने वाले लोगों ने गैर-जिम्मेदाराना तरीका अपनाया.

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