
Bikaner Gym Accident: पावर लिफ्टर यष्टिका की कैसे गई 270 KG वजन उठाते हुए जान? नहीं होतीं ये 5 गलतियां, तो बच जाती जिंदगी...
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Powerlifter Yashtika Acharya Dies: जिम में पावरलिफ्टिंग की प्रैक्टिस करते समय नेशनल खिलाड़ी यष्टिका आचार्य की जिस तरह से मौत हुई, उसने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. हमने वायरल वीडियो और उनकी प्रैक्टिस के आधार पर यह समझने की कोशिश की कि 17 साल की यष्टिका जब राजस्थान के बीकानेर में प्रैक्टिस कर रही थी, तो उनसे क्या गलतियां हुईं.
Powerlifter Yashtika Acharya Dies in Bikaner Gym: राजस्थान के बीकानेर में जिम में पावरलिफ्टिंग की प्रैक्टिस करते समय नेशनल खिलाड़ी यष्टिका आचार्य की दर्दनाक मौत हुई. जिस किसी ने उनका वायरल वीडियो देखा, वह सन्न रह गया. खुद पावरलिफ्टिंग करने वाले खिलाड़ी भी गमजदा दिखे.
यष्टिका ने गर्दन पर 270 किलो का वजन उठाया था, इस दौरान वह डिस्बैलेंस हो गई, पूरा वजन उसकी गर्दन पर आ गया और उन्होंने दम तोड़ दिया. आखिर यष्टिका से पावर लिफ्टिंग करते वक्त क्या चूक हुई? इस बारे में हमने पावर लिफ्टिंग के खिलाड़ियों, कोच और एसोसिएशन से जुड़े लोगों से बात की और इस खेल से जुड़ी बारीकियों, नियमों को समझने की कोशिश की. वह यह भी जाना कि इस खेल में दम दिखाते हुए किन बातों को ध्यान रखना चाहिए.
Shocking news, #NationalGames Gold Madelist Powerlifter Yashtika Acharya (17 years old) d!ed in the gym While lifting 270 kg weight, the rod fell on her neck in #Bikaner #Rajasthan. pic.twitter.com/t5H4AKO7li
कुल मिलाकर इन एक्सपर्ट और पावर लिफ्टिंग से जुड़े लोगों से बात करते हुए कई अहम चीजों के बारे में जानकारी मिली. इन सभी ने बताया कि यष्टिका और उनके सपोर्ट कर रहे कोच, लिफ्टर और लोडर से क्या गलतियां हुईं, जिस जिम में वो प्रैक्टिस कर रहीं थीं, वहां क्या कमी थी.
aajatk.in ने यूपी पॉवर लिफ्टिंग के मानद सचिव अनुज कुमार, पावर लिफ्टिंग की इंटरनेशनल खिलाड़ी निधि सिंह पटेल, उत्तराखंड की पॉवरलिफ्टिंग खिलाड़ी कविता देवी, पावर लिफ्टिंग कोच कमलापति त्रिपाठी से विस्तार से बात की. इन सभी ने यष्टिका आचार्य के वीडियो को देखकर बताया कि 17 साल की खिलाड़ी से कहां कमी रह गई? यह सभी खिलाड़ी के इस तरह हादसे में निधन पर निराश दिखे.
यष्टिका आचार्य के मामले में प्राथमिक कमी पैर का बैलेंस बिगड़ना रहा, वहीं जहां वो खड़ी थीं, वहां रबर के प्लैंक लगाए गए थे, जिस कारण वो वजन उठाते ही डांवाडोल हो गई.

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